चंडीगढ़ : कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस दुआरा रूपनगर तथा आनंदपुर साहिब इलाके में हुई गैर कानूनी माइनिंग में पूर्व स्पीकर राणा केपी सिंह तथा उनके नजदीकियों का हाथ होने की बात करते हुए विजिलैंस से जांच करवाने के लिए पत्र लिखने के बाद अब राणा केपी सिंह भी खुल कर साहमने आ गए है। उन्हींनो चंड़ीगढ़ में पत्रकार वार्ता कर मुख्यमंत्री से सीबीआई से पहले हमारे समय की और मंत्री बैंस के कार्यकाल में हुई माइनिंग की जांच करवाने की मांग करते हुए कहा जब तक जांच पूरी नही होती तब तक बैंस को मन्त्री पद से हटाया जाए।
हालांकि राणा केपी का हाथ था या नही और खनन मंत्री बैंस के आरोप सही या गलत यह तो जांच के बाद साफ होगा। लेकिन जिस तरह राणा केपी सिंह ने पलटवार किया है उससे आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासत और गर्म हो जाएगी और कांग्रेस सड़को पर उतर सकती है।
पंजाब के माइनिंग मंत्री हरजोत बैंस ने विजिलैंस ब्यूरो को अपने पद का दुरुपयोग करके गैर कानूनी माइनिंग में तत्कालीन विधानसभा स्पीकर तथा सीनियर कांग्रेसी नेता राणा केपी सिंह की कथित शमूलियत की जांच करने का आदेश दे दिया है। विभाग के सीनियर अधिकारियों की एक कमेटी समयबद्ध तरीके से साथ के साथ जांच करेगी। बैंस ने दावा किया कि सीबीआई ने पिछले साल जुलाई में सूबे के मुख्य सचिव को पूर्व स्पीकर की भूमिका की जांच करने के लिए कहा था, पर उनकी पार्टी सत्ता में होने के कारण मामले को दबा दिया था। विजिलेंस ब्युरो को लिखे पत्र में, मंत्री ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता चलता है कि राणा केपी सिंह के ‘सहायकों’ द्वारा रूपनगर तथा आनंदपुर साहिब में क्रशर मालिकों से लाखों रुपये की मासिक अदायगी प्रोटैक्शन मनी के रुप में इक्टठा की गई थी। अधिकारियों ने अपने बयान में उनका नाम लिया है।
गौरतलब है कि गत वर्ष जुलाई में सीबीआई द्वारा गैर कानूनी माइनिंग को लेकर जांच की मांग की गई थी। मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि सीबीआई द्वारा पिछले साल चीफ सेक्रेटरी को गैर कानूनी माइनिंग में राणा केपी सिंह की शमूलियत होने के बारे में पत्र भेजा गया था पर सत्ता में होने के कारण जांच की बजाए मामले को दबाने की कोशिश की गई।
बता दें कि राणा केपी सिंह से विजिलैंस तथा माइनिंग विभाग के अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जाएगी। गैर कानूनी माइनिंग के अलावा राणा केपी सिंह से आमदन से अधिक संपत्ति होने को लेकर भी जांच की जाएगी।
राणा केपी सिंह : कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस इस मुद्दे पर राजानीति कर रहे है। इसके इलावा इसमें कुछ नही बे। 40 साल का बेदाग मेरा राजनीतिक कैरियर है। कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस के 6 महीने के कार्यकाल दौरान हुई अवैध माइनिंग की और गत समय में और मन्त्री बैंस के कार्यकालमें हुई माइनिंग की सीबीआई जांच करवाई जाए और तव तक हरजोत बैंस को मंत्री पद से हटाया जाए ताकि जांच सही तरीके से हो सके और दूध का दूध पानी का पानी हो सके। उन्हींनो कहा जा फिर हाइकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाई जाए। क्योंकि मुझे इस विभाग की नांच पर कोई भरोसा नही है। उन्हींनो ने कहा इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी शीध्र मिलूंगा। उन्हींनो ने स्पष्ट कहा के अब ऐसा नही चलेगा के किसी पर कोई भी आरोप लगा कर उस की छबि खराब कर दे। अगर जरूरत पड़ी तो माननीय अदालत में भी जायूँगा। उन्हींनो कहा मानसून मौसम में भी मंत्री साहिब ने रोपड़ जिले में से हज़ारों ट्रक रोजाना निकलवाये। जबकि मॉनसून में माइनिंग बिलकुल बंद होती हैं।