गढ़शंकर,19 अप्रैल: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंधन अधीन चल रहे बब्बर अकाली मेमोरियल खालसा कालेज गढ़शंकर में कॉलेज के पंजाबी विभाग द्वारा प्रिंसिपल डॉ अमनदीप हीरा के नेतृत्व में प्रवासी पंजाबी कहानीकार जरनैल सिंह से रूबरू समागम करवाया गया। समागम की शुरुआत प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डॉ कमलजीत कौर द्वारा मेहमानों के रस्मी स्वागत से की गई। डॉ कमलजीत कौर ने प्रवासी पंजाबी कहानी व जरनैल सिंह के जीवन तथा उनकी साहित्यिक प्राप्तियां के बारे में जानकारी दी। मुख्य वक्ता कहानीकार जरनैल सिंह ने अपने निजी तजुर्बों को सांझा करते कहानी सृजन की प्रक्रिया, कथा मुकता, किसानी से संबंधित समस्याएं, फौजी जीवन के अनुभव, प्रवासी जीवन से संबंधित समस्याएं तथा विश्व व्यापी समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा की। प्रोफेसर सौरभ दादरी तथा विद्यार्थियों ने प्रवासी जीवन से संबंधित और कनाडा में नौजवानों के जीवन के बारे में व उनकी जिंदगी के निजी पक्षों के बारे सवाल किये। उन्होंने बहुत ही संजीदा ढंग से उत्तर दिए। इस मौके दोआबा साहित्य सभा के महासचिव पवन भंमियां तथा सरपरस्त संतोख सिंह वीर जी ने अपनी कविताओं से हाजिरी लगवाई। सेवानिवृत्त प्रिंसिपल डॉ बिक्कर सिंह ने भी अपने विचार साझा किये। प्रिंसिपल डॉ अमनदीप हीरा ने मेहमानों का धन्यवाद करते जरनैल सिंह की शख्सियत वारे जानकारी देते कहा कि कहानीकार जरनैल सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि प्राप्त लेखक और साहित्यिक क्षेत्र में नामी शख्सियत होने के साथ-साथ एक बढ़िया इंसान भी हैं। उन्होंने पंजाबी विभाग के प्रयास की प्रशंसा करते कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में साहित्यिक रुचियां पैदा करने के लिए बहुत जरूरी हैं। इस मौके पहुंची प्रमुख सख्शियतों का सम्मान किया गया। प्रोग्राम का मंच संचालन डॉक्टर कमलजीत कौर द्वारा किया गया।
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समागम दौरान सख्शियतों का सम्मान करते प्रिंसिपल डॉ अमनदीप हीरा व अन्य।