बरनाला : बरनाला पुलिस ने मंहदी क़लां इलाक़े में खालिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लिखने के मामले में तीन मुल्ज़िमों को गिरफ़्तार किया। पुलिस अफ़सरों ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर बताया कि यह नारे विधायक कुलवंत सिंह पंडोरी के गाँव में लिखे गए थे।
मामले के उजागर होने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए मुल्ज़िमों की पहचान गुरमीत सिंह उर्फ टांडी, गुरसेवक सिंह उर्फ मनी और कृपा सिंह के तौर पर हुई है।
तीनों मुल्ज़िम ज़िला संगरूर के महल खुर्द गाँव के रहने वाले हैं। पुलिस ने कहा कि यह सभी पहले से भी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ। अमरीका में रहने वाले सुरिंदर सिंह ठीकरिवाल ने मुल्ज़िमों को पैसों का लालच दिया। कहा गया कि अगर वे खालिस्तान समर्थक नारे लिखेंगे तो उन्हें इनाम मिलेगा। इस खुलासे के बाद साज़िश का अंतरराष्ट्रीय पहलू भी सामने आ गया।
पुलिस ने बरामद किया सामान : गिरफ़्तार मुल्ज़िमों से पुलिस ने एक मोटरसाइकिल, पाँच मोबाइल फ़ोन और तीन स्प्रे कैन बरामद किए हैं। इसके अलावा निहंग पंथ के दो जोड़े कपड़े भी बरामद हुए। पुलिस का कहना है कि इन सामानों का इस्तेमाल नारे लिखने और पहचान छिपाने में किया गया।
घटना की रात का राज़ : यह पूरा मामला 14 और 15 अगस्त की रात को अंजाम दिया गया। स्वतंत्रता दिवस पर माहौल बिगाड़ने की साज़िश के तहत यह काम हुआ। नारे दीवारों पर लिखने के बाद मुल्ज़िम रातों-रात गायब हो गए थे। लेकिन पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने इन्हें दबोच लिया।
केस दर्ज, जांच जारी : पुलिस ने मुल्ज़िमों के ख़िलाफ़ पंजाब प्रॉविज़न एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज किया है। ज़िला पुलिस प्रमुख मुहम्मद सरफ़राज़ आलम ने कहा कि अभी पूछताछ जारी है। आने वाले दिनों में और भी नाम सामने आने की उम्मीद है। पुलिस अब इस गिरोह के बाक़ी नेटवर्क की तलाश कर रही है।
अमन-चैन की उम्मीद : इस घटना के बाद स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पुलिस की सख़्त कार्रवाई से भविष्य में ऐसी कोशिशें नाकाम होंगी। लोग यह भी चाहते हैं कि नौजवान गुमराह न हों और प्रदेश में भाईचारा और अमन-शांति बनी रहे। इस पूरे मामले पर लोगों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की