गढ़शंकर :अजायब सिंह बोपाराय। बलाचौर के गांव चांदपुर रूडक़ी से लेकर गढ़शंकर के गांव सदरपुर से नंगल रोड़ तक माईनिंग माफिया ने करीव साढ़े छे किलोमीटर रास्ता जंगल में से कंडी नहर के साथ साथ अवैध तरीके से बना डाला। लेकिन इतना लंबा रास्ता बनने के बावजूद वन विभाग, कंडी कैनाल विभाग और माईनिंग व जियोलोजी विभाग कह रहे है। उन्हें तो कानों कान खबर तक नहीं है।
गढ़शंकर तहसील में जगह जगह अवैध माईनिंग को ख्ुाला खेल तो हो ही रहा है। अव माईनिंग माफिया दुारा बलाचौर के गांव चांदपुर रूडक़ी से लेकर गांव सदरपुर से होता हुया गढ़शंकर नंगल रोड़ तक वीस पच्चीस फुट चौड़ा रास्ता वन क्षेत्र व कंडी नहर के बिल्कुल साथ बना नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बना डाला है। इस रास्ते से अवैध माईनिंग कर निकाला मटीरियल और बलाचौर में लगे एक क्रशर से बजरी, डस्ट व अन्य मटीरियल लेकर रोजाना रात के अंधेरे में ओवरलोड टिप्पर गुजरते है। जबकि नियमों के मुताविक वन क्षेत्र की धारा चार व पांच के मुताविक रास्ता बनाया ही नहीं जा सकता। इसके ईलावा कंडी नहर के साथ भी कर्मशियल वाहन नहीं गुजर सकते। इसके ईलावा माईनिंग व जियोजोली विभाग के नियमों की भी अवहेलना कर अवैध तरीके से माईनिंग कर रास्ता बनाना गल्त है। लेकिन इस सभी के चलते माईनिंग माफिया वैखोफ होकर लगातार अवैध माईनिंग में जुटा है तो अव तो साढ़े छे किलोमीटर रास्ता नियमों की धज्जियां उड़ा कर बना डाला है। लेकिन सभी विभागों के अधिकारी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर कारवाई करने से बच निकलने की कोशिश कर रहे है।
बतां दे कि साढ़े छे किलोमीटर रास्ता घंटों या कुछ दिनों में तो बन नहीं गया। इसके लिए कम से कम एक महीने का समय लगा होगा। लेकिन फिर किसी भी विभाग के किसी भी अधिकारी को कानों कान खबर ना हो यह बात किसी के भी हजम नहीं होती थी। सूत्रों की माने तो माईनिंग माफिया मिलीभुगत से चल रहा है। अगर किसी विभाग को कभी कभार कारवाई करनी भी पड़ जाए तो थोड़ा जुर्माना कर कारवाई के नाम पर पूरे सिस्टम को साध लिया जाता है। कभी कहीं कोई एफआर्ई दर्ज नहीं की गई।
लोग बचाओ पिंड बचाअें संघर्ष कमेटी के पदाधिकारी पूर्व सरपंच कुलभूशन कुमार : अवैध रास्ता बनाकर जंगलों को खतम किया गया है। इतना लंबा रास्ता बिना मिलीभुगत तो बना नहीं सकता। इसलिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि किस किस की माईनिंग माफिया से सांठ गांठ है और तुरंत रास्ता बंद कर जिन लोगों ने नियमों की धज्जियां उड़ा कर रास्ता बनाया है। उनके खिलाफ मिसाली कारवाई होनी चाहिए।
डीएफओ हरभजन सिंह : हर बार की तरह रटा रटाया जबाव मुझे तो पता नहीं, ब्लाक अफसर व रेंज अफसर को मौके पर भेज कर चैक करवा कर कारवाई करेगें।
एसडीओ कंडी कैनाल तरनदीप सिंह : मैने मौके पर जाकर देखा है तो वहां पर रास्ता तो बना हुया है। लेकिन कंडी नहर से थोड़ा दूर है। मैने माईनिंग विभाग के एसडीओ को कहा है कि वह मामले को देखे कि यह माईनिंग का मामला है।
माईनिंग व जियोलोजी विभाग के एडीओ हरजिंदर सिंह : अवैध रास्ता यहां वना है व वन विभाग के क्षेत्र है तो वन विभाग ही कारवाई कर सकता है।