विफल पुलिस व प्रशासन में चहेते अफसरों को नियुक्त करने वाले विधायक को जनता से माफी मांगनी चाहिए
गढ़शंकर। विधानसभा हल्का गढ़शंकर में कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है और लोगों का सरकार, प्रशासन व पुलिस के उप्पर से विश्वास उठ चुका है। यह शब्द कांग्रेस पार्टी के हलका इंचार्ज व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य अमरप्रीत सिंह लाली ने प्रेस बयान में कहे। अमरप्रीत लाली ने कहा कि बीती रात शाहपुर घाटे के पास 20 वर्षीय आर्यन कुमार की निर्मम हत्या इस बात का प्रमाण है कि इलाके में कानून व्यवस्था नाम की व्यवस्था खत्म हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वैसे भी कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन का काम है, लेकिन बार-बार राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर निकम्मे अफसरों को नियुक्त करने वाले गढ़शंकर के विधायक जय कृष्ण रौड़ी इस स्थिति के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं और इस मर्डर के लिए व अन्य घटनाओं के लिए उन्हें गढ़शंकर की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
अमरप्रीत लाली ने कहा कि दोआबा का शांत गढ़शंकर इलाका आज अवैध गतिविधियों की मंडी बन चुका है। इससे पहले नूरपुर जाटों में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और बाबा साहिब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने का मामला साहमने आया था। और अब बीती रात आर्यन की हत्या कर दी गई। गढ़शंकर में सरेआम लूटपाट और हत्याकी घटनाएं हो रही है, जिसके चलते लोग डर के माहौल में हैं। नैनवां के 20 वर्षीय युवक भूपिंदर की टुकड़ों में मिली लाश के रहस्य को पुलिस ने आज तक दबा रखा है। लाली ने कहा कि प्रशासन के खुद के आदेशों को जानते हुए भी कि दिन में टिप्पर नहीं चलाए जाएंगे, अवैध खनन माफिया सड़कों पर मौत का नंगा नाच कर रहे हैं। प्रशासन पिछले दिनों जंगलों की अवैध कटाई रोकने में विफल रहा है। गढ़शंकर शहर, समुंदड़ा -सिंबली-पनम के गांवों और इलाकों में चोरों ने उत्पात मचा रखा है। प्रशासन की नाकामी का आलम यह है कि चोरों ने एक ही रात में गढ़शंकर शहर आठ मेडिकल स्टोरों को निशाना बनाया और पुलिस अभी भी सो रही है । माहिलपुर में मेडिकल स्टोर से चोरी कर रहे एक चोर को तीन पुलिसकर्मी भी नहीं पकड़ पाए और वह फरार हो गया। हलका विधायक की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई है, क्योंकि रिश्वत लेने के आरोप में बार-बार निलंबित किए गए पुलिस अधिकारियों को विधायक के दबाव में गढ़शंकर के थानों में तैनात किया गया है। लाली ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त और भ्रष्टाचार के लिए पैसे लेकर तैनात किए गए अधिकारी कभी भी ड्यूटी के प्रति संवेदनशील नहीं होते। उन्होंने कहा कि अगर कानून व्यवस्था की यही स्थिति रही तो गढ़शंकर के लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।
फोटो : अमरप्रीत सिंह लाली।