श्री आनंदपुर साहिब ज़िला ज़रूर बनना चाहिए, लेकिन गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र को उसमें नहीं मिलाया जाना चाहिए
गढ़शंकर : पंजाब सरकार द्वारा नए घोषित किए जाने वाले ज़िले श्री आनंदपुर साहिब के मुद्दे पर, जो पिछले कुछ दिनों से अख़बारों और सोशल मीडिया चैनलों पर चल रही ख़बरों पर चर्चा का विषय बना हुआ है कि बारे में भाजपा की गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र प्रभारी निमिषा मेहता ने कहा कि वह श्री आनंदपुर साहिब को ज़िला घोषित करने के फ़ैसले का तहे दिल से स्वागत करती हैं, लेकिन गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र को होशियारपुर ज़िले से अलग करके श्री आनंदपुर साहिब नाम से ज़िला बनाने के फ़ैसले का कड़ा विरोध करती हैं।
निमिषा मेहता ने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब, जहाँ से सिख धर्म की शुरुआत हुई, के धार्मिक महत्व को देखते हुए 75-76 साल पहले ही इस नाम का ज़िला बन जाना चाहिए था। लेकिन दुर्भाग्य से पंजाब पर शासन करने वाली विभिन्न पार्टियों ने इसकी अनदेखी की।
भाजपा नेता निमिशा मेहता ने कहा कि गढ़शंकर हलका दोआबा का हिस्सा है और आम आदमी पार्टी सरकार दोआबा के इस हिस्से को जबरन तोड़कर पुआंद में मिलाने की कोशिश कर रही है, जो लोगों के साथ सरासर धोखा है।
उन्होंने कहा कि दोआबा की भाषा और संस्कृति पुआंद से अलग है और सरकार हमारे दोआबा की पहचान को जबरन बदलने पर तुली हुई है। यह दोआबा क्षेत्र को रेगिस्तान बनाने की साजिश का पहला कदम है।
निमिशा मेहता ने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब जाने वाला रास्ता लगभग 45 किलोमीटर लंबा है। यह रास्ता खस्ताहाल, एकांत से भरा हुआ है और इस रास्ते पर जंगल की दूरी ज्यादा होने के कारण यह रास्ता अंधेरे और सुबह के समय आम लोगों के लिए सुरक्षित रास्ता नहीं है। जबकि अगर किसी व्यक्ति को काम के लिए होशियारपुर जिला मुख्यालय जाना हो तो वह गढ़शंकर से बेहतरीन हाईवे के जरिए 27 किलोमीटर की दूरी तय करके वहां पहुंच सकता है। निमिशा मेहता ने आगे बोलते हुए कहा कि अगर माहिलपुर के गांवों से श्री आनंदपुर साहिब जाना है तो 3 से 4 बसें बदलनी पड़ेंगी और वापसी में इस रूट पर देर रात आना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसके अलावा, श्री आनंदपुर साहिब में खनन, क्रशर और रेत का हब होने के कारण यह सड़क सुबह-शाम टिप्परों से घिरी रहती है। इसके अलावा, गढ़शंकर से खनन टिप्परों के खनन माफिया द्वारा 17 लोगों की बलि दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि पंजाब सरकार रूपनगर जिले का नाम बदलकर श्री आनंदपुर साहिब कर दे और जो 700-800 करोड़ रुपये उन्हें जिला बनाने पर खर्च करने पड़ रहे हैं, उन्हें श्री आनंदपुर साहिब जाने वाली सड़क को छह लेन का विश्वस्तरीय मार्ग बनाने पर खर्च किया जाए और साथ ही सरकार को आनंदपुर शहर को विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ एक महान ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित करने पर जोर देना चाहिए। निमिशा मेहता ने गढ़शंकर के विभिन्न दलों से संबंधित सभी नेताओं और संगठनों से इस मुद्दे पर एकजुट होने की अपील की और कहा कि गढ़शंकर के कल्याण के लिए उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर काम करना चाहिए। निमिशा मेहता ने कहा कि जल्द ही वे गांव-गांव जाकर इस मुद्दे पर लोगों को लामबंद करेंगी और सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शनों का अभियान शुरू किया जाएगा।
