चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ने एक आदेश जारी करके आज दस आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया है। इन तबादलों में सबसे अहम बात यह है कि इनमें से कई अधिकारी ऐसे हैं जिन्हें पांच पांच महीने बाद पोस्टिंग मिली है। हरियाणा कैडर से अढाई महीने पहले पंजाब कैडर में आए अजीत बालाजी जोशी भी हवा में लटके अधिकारियों में शामिल थे। जिन अधिकारियों की नई जगह पोस्टिंग हुई है उनमें 1994 बैच के आलोक शेखर भी शामिल हैं जिन्हें एडिशनल चीफ सेक्रेटरी कम वित्तायुक्त ग्रामीण विकास व पंचायतें लगाया गया है। आलोक शेखर हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं। इसी महकमे में रहते हुए पंचायत चुनाव को लेकर निलंबित किए गए डीके तिवारी को भी छह महीने बाद पोस्टिंग मिली है।
हालांकि, उनकी बहाली निलंबन के एक महीने बाद ही हो गई थी, लेकिन पोस्टिंग नहीं की गई थी। उन्हें एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण व अल्पसंख्यक मामले लगाया गया है। जल स्रोत महकमे के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार अब अपने पुराने महकमे के साथ साथ गवर्नेंस रिफार्म मामले भी देखेंगे। राखी गुप्ता भंडारी को प्रमुख सचिव फूड प्रोसेसिंग महकमा दिया गया है।
पिछले पांच महीनों से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे नीलकंठ अवध जल सप्लाई व सेनिटेशन विभाग का प्रमुख सचिव लगाया गया है। हरियाणा कैडर से पंजाब में आए अजीत बालाजी जोशी को कृषि विभाग में सचिव के पद पर लगाया गया है। दिलराज सिंह संधावालिया जो इस समय ट्रांसपोर्ट महकमे के सचिव हैं अपने इस महकमे के साथ-साथ संसदीय कार्य मामलों का प्रभार भी देखेंगे।
योजना विभाग के प्रबंधकीय सचिव अमित ढाका अपने वर्तमान महकमों के साथ साथ पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों का प्रभार भी देखेंगे। पीएसआईईसी के एक घाेटाले में नाम आने से विवादों में रही नीलिमा को भी कई महीनों के बाद पोस्टिंग मिली है। उन्हें कृषि विभाग के कमिश्नर पद पर लगाया गया है। पंचायत चुनाव में विभाग प्रमुख डीके तिवारी के साथ साथ विभाग के डायरेक्टर रहे गुरप्रीत सिंह खैहरा को भी आखिर छह महीने बाद पोस्टिंग मिल गई है। उन्हें स्टेट ट्रांसपोर्ट विभाग का डायरेक्टर लगाया गया है।