चंड़ीगढ़ । रविवार को हुई राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के दौरान केरल के कोल्लम में चेकिंग के नाम पर सारी सीमाएं पार कर दी गईं। यहां के एक संस्थान में सुरक्षाकर्मियों ने छात्राओं के इनरवियर (ब्रा) सिर्फ इसलिए उतरवा दिए क्योंकि उनके हुक मेटल डिटेक्टर में पकड़ में आ रहे थे।
एक छात्रा के पिता के पुलिस में शिकायत कराने के बाद ये मामला प्रकाश में आया है। लगभग 90 प्रतिशत छात्राओं के इस समस्या से गुजरने का आरोप है।
घटना क्या है पूरा मामला?
घटना कोल्लम स्थित मारथोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की है। एक छात्रा के पिता की शिकायत के अनुसार, “मेरी बेटी को कहा गया कि इनरवियर का हुक मेटल डिटेक्टर में डिटेक्ट हुआ है, इसलिए उसे उतारना होगा।” हैरान छात्रा ने अपना इनरवियर अपनी मां को दे दिया और उनसे शॉल लेकर खुद को ढक लिया पिता ने दावा किया कि 90 प्रतिशत छात्राओं के इनरवियर उतरवाए गए और इसके कारण परीक्षा के दौरान छात्राएं मानसिक रूप से बेहद परेशान रहीं।
अन्य मामले छात्राओं को दी गई इनरवियर न उतारने पर परीक्षा में न बैठने देने की अनुमति एक अन्य छात्रा के पिता ने बताया, “मेरी बेटी से कहा गया कि उसने परीक्षा में ड्रेस कोड का पालन नहीं किया है और उसे इनरवियर उतारने होंगे। यदि वह ऐसा नहीं करेंगी तो परीक्षा में शामिल नहीं हो सकती हैं। कई और छात्राओं से ऐसा करने को कहा गया। इनमें से कुछ तो रोने लगीं।’ बटन के मेटल डिटेक्टर में पकड़ में आने के बाद एक छात्रा से जींस उतारने की कहने की अपुष्ट खबरें भी हैं।
जानकारी इंस्टीट्यूट ने आरोपों को किया खारिज, जांच में जुटी पुलिस मारथोमा इंस्टीट्यूट ने आरोपों से इनकार करते हुए किसी भी तरह की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है। दूसरी तरफ कोल्लम पुलिस प्रमुख ने एक छात्रा के पिता से शिकायत मिलने की पुष्टि की है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इसी प्रकार की शिकायत उप पुलिस कप्तान कोटड़ाका के पास भी दर्ज करवाई गई है।
इस तरह की कार्रवाई से छात्राओं को मानसिक तौर पर परेशानी का सामना करना पड़ा। प्राथमिक जांच के मुताबिक 100 के करीब लड़कियों को इस स्थिति का सामना करना पड़ा। छात्राओं के मुताबिक रविवार को परीक्षा देने के उपरांत जब वह बाहर निकले तो उनके कर्पामेंट में सभी अंडर गार्मेंट्स को इक्टठे ही गिराया हुआ था। इस घटना को लेकर केरल में मारथोमा इंस्टीच्यूट आफ इनर्फामेशन टैक्नोलोजी में स्थित आयुर चदायमंगलम केंद्र ने जिम्मेदारी से इनकार करते हुए कहा कि बाहरी एजैंसियों द्वारा विद्यार्थियों की तलाशी तथा बायोमीट्रिक जांच की गई थी।
नैशनल टैस्टिंग एजैंसी के अधिकारियों ने बताया कि मैडिकल दाखिला परीक्षा (एनईईटी) में रविवार को 95 प्रतिशत हाजिरी दर्ज की गई। जिसके लिए 18,72,329 उम्मीदवारों का रजिस्ट्रेशन हुआ था। जिनमें से 10.64 लाख छात्राएं शामिल थीं।