चंडीगढ़ l भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ही जाट समुदाय के खिलाफ रही है और देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से उपराष्ट्रपति के पद से अस्तीफा कल रात लेने से साफ हो गया है कि भाजपा पूरे देश में किसी भी जाट/जट्ट को उच्च पद पर देखना नहीं चाहती। यह शब्द प्रैस नोट में आल इंडिया जाट महासभा के नेशनल महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह व सीनियर उपप्रधान व पंजाब के अध्यक्ष हरपाल सिंह हरपुरा व पंजाब ने कहा कि पहली बार हुया कि देश के किसी उपराष्ट्रपति ने कार्याकाल पूरा होने से दो साल पहले अस्तीफा दिया हो या किसी से असतीफा लिया गया है। लेकिन यह पहली बार हुया कि एक बड़े जाट नेता जगदीप धनखड़ से अस्तीफा लिया गया है।
उन्होंनें कहा कि भाजपा ने जगदीप धनखड़ से उपराष्ट्रपति के पद से अस्तीफा लेकर जाट समुदाय का अपमान किया है। जिसे जाट समाज किसी भी हालत में सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार में जाट समुदाय से एक भी कैबिनट मंत्री नहीं है और ना ही किसी भाजपा की जिन राज्यों में सरकारें है वहां किसी जाट को मुख्यमुंत्री बनाया गया है। केंद्रीय कैबिनट में मात्र दो राज्य मंंत्री बनाए है। जिन्हें सरकार में कोई बड़ी भुमिका नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जाट समुदाय को जानबूझ कर बार बार ट्रागेट किया जाता है और जाट समुदाय की कभी देश भक्ति पर स्वाल उठाए जाते है तो कभी जाटों के खिलाफ ध्रुवीकरण किया जाता है। जबकि जाट समुदाय जातीवादी नहीं है बलकि सेकूलर है और हर वर्ग से जाट समुदाय की घनिष्ठ भाईचारक सांझ हमेशा से रही है। जाट समुदाय ने देश की अजादी की लड़ाई में और देश की सीमाओं की दुशमन से रक्षा करने के लिए हमेशा अग्रणी भुमिका निभाते हुए कुबार्नियां दी है। जिसकी लंबी चौड़ी फेहरेसत है। इसलिए हमें भाजपा से देश भक्ति का व भाईचारक सांझ का कोई सर्टीफिकेट नहीं लेना हमारे लिए सभी देश वासी भाई वहन है और हम उनका सम्मान दिल से करते है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार दुारा जाट समुदाय के बड़े नेता सत्यापाल मालिक के अस्पताल में सीरियस हालत में ईलाज के लिए भर्ती होने के बावजूद ईडी को उनके घर रेड करने भेज दिया। उनकी गल्ती यह थी कि जम्मू कशमीर के गर्वनर रहते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी घराणों दुारा किए जाने वाले घोटाले की पोल खोल दी थी और वह लगातार किसानों व मजदूरों के बात करते हुए उनके पक्ष में अवाज उठाते रहे है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश जाट कृषि से जुड़े है तो भाजपा दुारा जबरी किसान समुदाय पर तीन कृषि बिल थोपने की कोििशश की तो जाट समुदाय ने आगे होकर किसान अंदोलन में हिस्सा लिया और केंद्र सरकार को तीनों कृषि बिल बिना शर्त वापिस लेने को मजबूर कर दिया। जाट समुदाय से संबंधित महिला पहलवानों से भी दुव्र्यवहार करने की कोशिश भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने की और उन्हें इंन्साफ देने से भागती रही। उन्होंने कहा कि जाट समुदाय अब भाजपा की जाट विरोधी गतिविधियों को किसी भी हालत में सहन नहीं करेगा और ईंट का जबाव पत्थर से देगा।
फोटो : आल इंडिया जाट महासभा केनेशनल महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह व नैशनल सीनियर उपप्रधान व पंजाब के अध्यक्ष हरपाल सिंह हरपुरा l