शिमला : जयराम ठाकुर ने आज शिमला विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कार्यालय में कार्यभार संभाला। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार को यदि OPS देना है तो संस्थान बंद करके और महंगाई बढ़ाकर नहीं देना चाहिए। इसके लिए सरकार के संसाधन बढ़ाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार जनहित में निर्णय नहीं लेगी तो हम पूरी ताकत के साथ विरोध करेंगे। प्रदेश में विकास के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष जयराम जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार की शुरुआत अच्छी नहीं रही, ऐसी हमे अपेक्षा नहीं थी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सहजता और सरलता के बारे में जिस तरह चर्चा होती थी, उनकी सरकार के कार्य, इस व्यवहार के विपरीत हैं। पूरे प्रदेश में कार्यालयों को बंद किया गया, जो की प्रदेश हित में नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी सरकार के एक साल के कार्यकाल का रिव्यू हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा सत्र में 3 दिन तक वॉक आउट हुआ। इस सरकार को अपने फैसलों के बारे में फिर सोचना चाहिए। हिमाचल के इतिहास में पहली बार इतने कम अंतर के साथ कोई सरकार बनी है। हिमाचल में सरकार की योजनाओं के नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हो रही है, जोकि ठीक नहीं। भारत रतन अटल बिहारी वाजपेयी के नाम की योजनाओं को अब राजीव गांधी के नाम पर रखा जा रहा है।
जयराम ने कहा कि अटल के नाम पर हमने डे-बोर्डिंग स्कूल की योजना शुरू की। कई बोर्डिंग स्कूलों का तो शिलान्यास भी हो गया। अब इस योजना का नाम राजीव गांधी के नाम पर रखा जा रहा है। अटल नाम हटाना सही नहीं, वह हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते थे। हिमाचल के लोग भी उनसे तहे दिल से जुड़े थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के गरीब लोगों ने भी सरकार को वोट डाला है। उनके वोट का सम्मान रखना चाहिए। डीजल के दामों को बढ़ाना सही नहीं, इससे हिमाचल में महंगाई आएगी।
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