रायबरेली से कांग्रेस नेता राहुल गांधी मैदान में हैं। उन्हें चुनौती दे रहे हैं बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह और बसपा के ठाकुर प्रसाद यादव.इस सीट पर कुल आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर अंतिम समय तक सस्पेंस बनाए रखा । राहुल के उम्मीदवारी की घोषणा पर्चा दाखिल करने के अंतिम दिन की गई.राहुल रायबरेली के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
राहुल गांधी को चुनौती रायबरेली में कौन दे रहा : रायबरेली में पांचवें चरण में 20 मई को कराया गया था.इस सीट पर 58.12 फीसदी मतदान हुआ है। इससे पहले 2019 के चुनाव में 56.34 फीसदी मतदान हुआ था। इस तरह 2019 के मतदान की तुलना में इस साल 1.78 फीसदी अधिक हुआ। अगर विधानसभावार मतदान के आंकड़ों की बात करें तो बछरावां में 60.20 फीसदी, हरचंदपुर में 60.16 फीसदी, सदर में 57.73 फीसदी, सरेनी में 55.56 फीसदी और ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र में 57.31 फीसदी मतदान हुआ।
कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने 2004 से 2019 तक के चुनाव में रायबरेली से सांसद चुनी गईं। लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने संसद जाने के लिए लोकसभा के जगह राज्य सभा का रास्ता चुना है.इस साल वो राजस्थान से राज्य सभा सदस्य चुनी गईं।
पिछले तीन चुनावों में कैसा रहा है कांग्रेस का प्रदर्शन : रायबरेली कांग्रेस का गढ़ रही है । आजादी के बाद से हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस केवल तीन बार ही इस सीट पर हारी है। पिछले तीन बार से सोनिया गांधी इस सीट से जीत रही थीं। लेकिन उनकी जीत का फासला लगातार कम होता गया ।अगर पिछले तीन चुनावों की बात करें तो 2009 में वो 3.72 लाख, 2014 में 3.52 लाख और 2019 में वो 1.67 लाख वोट से ही जीतीं थीं।
इससे पहले 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में जिले की पांच में से चार सीटें बछरावां, हरचंदपुर सरेनी और ऊंचाहार में सपा ने जीत दर्ज की थीं। बीजेपी केवल सदर सीट ही जीत पाई थी. हालांकि ऊंचाहार के विधायक मनोज पांडेय दलबदकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. रायबरेली सदर सीट बीजेपी ने जीती थी।