गारंटी 22 लाख महिलाओं को 1500 देने की थी लेकिन अब कर रही है गोल-मोल
एएम नाथ। शिमला : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने पहले झूठ का सहारा लिया और सत्ता में आने के बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। अब सरकार प्रदेश की माताओं बहनों से छल कर रही हैं। चुनाव में प्रदेश की 18 से 60 साल की महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने की गारंटी दी लेकिन अब सरकार बनने के बाद सिर्फ़ गोल-मोल कर रही है। सरकार कहती है कि उसने महिलाओं को 1500 देने की गारंटी पूरी कर दी है। लेकिन यह गारंटी पूरी करना नहीं बल्कि माताओं-बहनों के साथ छल करना है। सरकार लाहौल-स्पीति की माताओं बहनों को 1500 रुपए देने की घोषणा करके कहती है की गारंटी पूरी हो गई। सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश की बाक़ी माताओं बहनों का क्या दोष है जो उन्हें यह सम्मान निधि नहीं मिल रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आने के पहले कांग्रेस के छोटे-बड़े नेताओं ने बड़ी-बड़ी बातें की। एक से एक झूठी गारंटिया और वादे किए लेकिन सत्ता में आने के बाद ख़ामोश हो गए। जैसे कांग्रेस ने चुनाव के पहले कुछ कहा ही न हो। बीजेपी द्वारा बार-बार उनके द्वारा किए गये बड़े-बड़े वादों के बारे में सवाल उठाने और उनकी गारंटियां पूरी करने के लिए सड़क से सदन तक दबाव बनाए तो कांग्रेस प्रदेश के लोगों के साथ छल करना शुरू कर दिया। एक चौथाई कार्यकाल बीत जाने के बाद सरकार को अपने गारंटी की याद आई। लेकिन हर बार की तरह कांग्रेस ने यहां भी गोल-मोल और हेरफेर करना शुरू कर दिया। जनजातीय ज़िला लाहौल-स्पीति के कुछ क्षेत्रों की महिलाओं को इस सम्मान निधि के लिए चुना गया। दुःख इस बात का है कि 10 हज़ार से कम पात्र महिलाओं की आबादी (जनगणना 2011 के अनुसार) वाले इस ज़िले में भी यह योजना सरकार एक बार में पूरी तरह से लागू नहीं कर पाई।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रदेश में 18 से 60 वर्ष की सभी महिलाओं को यह सम्मान राशि देने की घोषणा की गई थी। जिनकी कुल संख्या 22 लाख से ज़्यादा थी लेकिन सरकार ने 10 हज़ार महिलाओं को भी यह धनराशि नहीं दी। इसके बाद मुख्यमंत्री कहते है कि हमने अपनी गारंटी पूरी कर दी। क्या इसी तरह आधे प्रतिशत से भी कम लोगों को किसी योजना में शामिल करके योजना के लक्ष्यों को पूरा करने का दावा किया जा सकता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की इस सरकार को समझ लेना चाहिए कि सरकार झूठ और छल और आँकड़ों के हेर-फेर से नहीं बल्कि अच्छी नीयत के साथ जनता के विकास के लिए समर्पित रहने से चलाई जाती है। इसलिए सरकार झूठ और हेरफेर का सहारा लेना बंद करे।