गढ़शंकर, 1 मई: टेक्निकल सर्विसेज यूनियन द्वारा पावरका मंडल गढ़शंकर में झंडा फहराने की रस्म अदा की और इस संबंधी बताया कि 1886 में मजदूरों ने सर्मायेदारी खिलाफ इकट्ठे होकर 8 घंटे की ड्यूटी, ट्रेड यूनियन बनाने और अन्य मांगों की प्राप्ति के लिए शहादतें दी। वक्ताओं ने कहा कि मौजूदा समय के अनुसार किरती वर्ग के मसले पहले से भी ज्यादा गंभीर हैं क्योंकि लोक विरोधी साम्राज्य नीतियों को भारतीय हाकमों द्वारा बहुत ही तेजी से और सख्ती से लागू किया जा रहा है। पब्लिक सेक्टर के अदारों को कॉर्पोरेट घरानों के हवाले किया जा रहा है। सरकारी अदारों का निजीकरण कर उनको ठेकेदारों के हवाले किया जा रहा है। पक्के रोजगार को खत्म किया जा रहा है, ठेकेदारों द्वारा कर्मियों को निर्गुणी मेहनत दी जा रही है और काम 12-12 घंटे करवाया जा रहा है। नई भर्ती करने की बजाय रिक्त पदों को खत्म किया जा रहा है। इस लुटेरे राज प्रबंध में गरीबी, बेरोजगारी महंगाई, लूट-पाट, जबर जुलम तथा नशों के अत्यंत बढ़ने से आम लोगों का जीवन बद से बदतर हो गया है। गरीबी और अमीरी में आमदनी का बड़ा पाड़ा है जो दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। इस लिए मई दिवस को कॉर्पोरेट घरानों विरोधी दिवस मनाकर प्रण किया की जब तक पब्लिक सेक्टर/सरकारी अदारों में दखलअंदाजी खत्म नहीं होती, तब तक यह जंग जारी रखी जाएगी। इस दिन को साम्राज्य विरोधी तथा निजीकरण विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता रहेगा। इस मौके वक्ताओं में अमरीक सिंह, सचिन कपूर, सुखविंदर कुमार, रामपाल, सतनाम सिंह, सरवन सिंह, तरसेम लाल फिलौर, सर्कल प्रधान नंदलाल बंगा, पेंशनर नेता अमरीक सिंह, कमलदेव, अश्विनी कुमार ने संबोधित किया। इस धरने की अध्यक्षता हरजिंदर सिंह द्वारा की गई।