रोहित जसवाल। ऊना : ऊना सदर से पूर्व कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने डीजीपी अतुल वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ऊना में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रायजादा ने कहा कि डीजीपी केंद्रीय जांच एजेंसियों के इशारे पर हिमाचल सरकार को गिराने की साजिश कर रहे हैं। सके साथ ही उन्होनों ऊना सदर के मौजूदा एमएलए सतपाल सत्ती पर भी जमकर शब्दी हमला हमला बोला।
पूर्व एमएलए रायजादा ने कहा कि डीजीपी ने ऊना में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट के तीन सदस्यों के घरों पर रेड करवाई, जबकि मिला कुछ भी नहीं। उन्होंने कहा कि डीजीपी के पास यदि इनपुट थे तो पुलिस के हाथ खाली क्यों रहे।
बता दें कि दो रोज पहले पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने SIU कर्मचारियों के घर की गई छापेमारी की थी। इस दौरान टास्क फोर्स के हाथ कुछ भी नहीं लगा, जबकि SIU सदस्यों पर माफिया के साथ मिलीभगत के आरोप थे। रायजादा ने कहा कि केंद्र के इशारे पर यह सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है।
सतपाल रायजादा ने कहा कि डीजीपी द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के इनपुट के आधार पर छापेमारी दर्शाता है कि हिमाचल पुलिस केंद्रीय जांच एजेंसियों के इशारे पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि डीजीपी को यह सार्वजनिक करना चाहिए कि कर्मचारियों के घरों पर की छापेमारी से क्या हासिल हुआ है।
उन्होंने भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, सत्ती उनके होटल व्यवसाय को लेकर लगातार भ्रामक बयान दे रहे हैं। भाजपा एमएलए सतपाल सत्ती को पूर्व एमएलए विधायक को रायजादा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सत्ती अपने कारोबार का खुलासा नहीं करते हैं, तो वह खुद उनके व्यवसाय की जांच-पड़ताल कर जनता के सामने लाएंगे। उन्होंने सत्ती के परिवार पर अवैध खनन में संलिप्त होने का आरोप लगाया और कहा कि इससे जुड़े ऑडियो-वीडियो साक्ष्य लोगों के पास मौजूद हैं।
इस विवाद ने हिमाचल की राजनीति में नया मोड़ ले लिया है, जहां एक तरफ भाजपा को सरकार के खिलाफ मुद्दा मिल गया है, वहीं कांग्रेस के नेता भी भाजपा और पुलिस पर हमलावर हो गए हैं।