चिंतपूर्णी बिक्री केंद्र में दिव्यांगों द्वारा निर्मित उत्पाद बेचे जाएंगे
ऊना (19 फरवरी)- लोअर देहलां में दिव्यांगों के “आराधना“ स्वयं सहायता समूह के विक्रय केंद्र का शुभारंभ माता श्री चिंतपूर्णी सदन में उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने किया गया। विक्रय केंद्र में आराधना स्वयं सहायता समूह तैयार किए गए विभिन्न उत्पाद जैसे कि रुई बाती, धूप, माता की चुनरी इत्यादि सामग्री को बिक्री के लिए रखा जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन ऊना व माता श्री चिंतपूर्णी ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह पहल की गई है। इस समूह के लोअर देहलां उत्पादन केंद्र में धूप बत्ती, रुई ज्योति, माता की चुनरी इत्यादि पूजा सामग्री का उत्पादन किया जाता है तथा इसके बिक्री केंद्र में इसी सामग्री को श्रद्धालुओं को उचित दामों पर उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता से दिव्यांगजनों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। आराधना स्वयं सहायता समूह काफी समय से पूजा सामग्री का उत्पादन कर रहा था लेकिन बिक्री के लिए कोई सेल्स काउंटर उपलब्ध नहीं था। चिंतपूर्णी मंदिर में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में यहां उनकी तैयार की गई सामग्री को बिक्री के लिए उपयुक्त स्थान मिल पाएगा।
जिला प्रशासन की ओर से दिव्यांग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है और सभी दिव्यांगजनों से आग्रह किया है कि इस समूह के साथ अधिक से अधिक दिव्यांगजन जुड़कर आत्मनिर्भर बनें। उपायुक्त ऊना ने इस समूह से जुड़े सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं का आभार जताया व उनसे आग्रह किया है कि भविष्य में भी इसी प्रकार से दिव्यांगजनों के हित में व सर्वांगीण विकास के लिये कार्य करते रहें।
इस उपलक्ष्य पर दिव्यांगों हेतु नेशनल कॅरियर सर्विस सेंटर ऊना के केंद्र प्रमुख डॉ. बी.के. पांडेय ने बताया कि दिव्यांगजनों को रोजगारोन्मुखी गतिविधियों से जोड़कर अभिप्रेरित व आत्मविश्वास की भावना जाग्रत कराते रहेंगें, ताकि वे भविष्य में सशक्त नागरिक बन सकें।
इस अवसर पर आराधना के नोडल संस्था आश्रय देहलां सुरेश ऐरी ने भी शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर मंदिर अधिकारी अभिषेक भास्कर, राजकुमार जसवाल, संजीव कुमार, कुलदीप सिंह एवं समूह के सदस्य व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।