नाथ। शिमला : आनलाइन शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर 2.7 करोड़ की साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने उत्तर प्रदेश से मुख्य आरोपी प्रदीप को गिरफ्तार किया है। गौतम बुद्ध जिले के दनकौर निवासी प्रदीप कुमार की तलाश में पुलिस दो महीने से जुटी थी।
इस मामले में पुलिस अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपियों पर डॉ. अजय गोयल के साथ वित्तीय धोखाधड़ी करने के आरोप लगे हैं। जांच में पता चला है कि जेपी मॉर्गन चेस के तीन बैंक खातों में अलग-अलग लाभार्थियों के नाम पर पैसे ट्रांसफर किए थे।
इन बैंक खातों के केवाईसी विवरण की पुलिस जांच कर रही है। यह मामला 17 दिसंबर 2024 को साइबर अपराध पुलिस स्टेशन शिमला में आपराधिक साजिश और आईटी एक्ट के तहत दर्ज है। जांच के मुताबिक 6 नवंबर 2024 को शिकायतकर्ता से एक व्यक्ति ने संपर्क किया जिसने खुद को जेपी मॉर्गन चेस बैंक का वरिष्ठ अधिकारी बताया और उन्हें निवेश पर अधिक रिटर्न का लालच दिया। वेबसाइट का लिंक भी दिया गया। एक मोबाइल एप के माध्यम से शेयर मार्केट में निवेश के लिए व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा। इसके बाद ठगी का खेल शुरू हुआ। जांच में पता चला है कि शिकायतकर्ता के 2,70,19,316.50 रुपये 13 बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक इस मामले में सबसे पहले गुड़गांव के आरोपी अमृत दास का बैंक खाता सामने आया। इसके खाते में 8,37,370 रुपये की रकम जमा हुई थी। इस बीच अमृत दास और जिला उत्तरकाशी के चिनियाली के सौर से आरोपी बाल मोहन को गिरफ्तार किया। संबंधित बैंक की सीडीआर रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया कि अमृत दास का दोस्त बाल मोहन (गौरव आहूजा का ड्राइवर) उक्त राशि की निकासी के दौरान उसके साथ बैंक में गया था। बैंक से पैसे निकालने के बाद बाल मोहन ने गुड़गांव के सेक्टर-57 के निवासी आरोपी गौरव आहूजा को दे दिए। इसी आधार के बाद 30 दिसंबर को गौरव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सह-आरोपी गौरव के कथित कबूलनामे के आधार पर अब प्रदीप को गिरफ्तार किया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (सीबीआई) डॉ. परविंदर सिंह अरोड़ा की अदालत ने आरोपी प्रदीप की जमानत याचिका खारिज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा है।
तीन आरोपियों को 14 तक जेल में रखने के आदेश
अदालत ने 2.7 करोड़ रुपये की साइबर ठगी के मामले में तीन आरोपियों की न्यायिक हिरासत 4 मार्च तक बढ़ा दी है। अदालत ने अपराध की प्रकृति और गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आरोपी गौरव आहूजा, अमृत दास और बाल मोहन को न्यायिक हिरासत में रखने के आदेश दिए हैं। आरोपी गिरफ्तारी के बाद से न्यायिक हिरासत में कैथू जेल में बंद हैं।