पंजाब और चंडीगढ़ के कॉलेज अध्यापकों के संगठन एसोसिएशन ऑफ यूनाइटेड कॉलेज टीचर्स ने कुछ दिन पहले पंजाब यूनिवर्सिटी के कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल डॉ संजय कौशिक के साथ मुलाकात की थी और उनको कहा था कि जल्द से जल्द दिसंबर 2023 में पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा निकाली गई चिट्ठी के संबंध में कॉलेजों पर एक्शन लिया जाए।
संगठन के प्रवक्ता प्रोफेसर तरुण घई ने बताया के 28.9.2022 में पंजाब सरकार द्वारा पंजाब के कॉलेजों में 7वां पे स्केल लागू कर दिया गया था। ढाई साल बीत जाने पर भी 99% कालेजों ने सातवां पे स्केल लागू नहीं किया था और यूनिवर्सिटी ने पत्र निकाला था कि अगर सातवां पे स्केल 21 दिनों के अंदर लागू नहीं किया गया तो यूनिवर्सिटी सख्त कार्यवाही करेगी।
घई ने बताया कि उन्होंने डा.संजय कौशिक से कहा था कि अब इन कॉलेजो पर सख्त कार्रवाई की जाए और इसी की कड़ी में आगे आज यूनिवर्सिटी ने एक और पत्र निकाला और उसे पत्र में बड़ा साफ कर दिया है कि सातवां पे स्केल अध्यापकों को दिसंबर 23 की चिट्ठी के उपलक्ष में जल्द से जल्द दिया जाए और अगर आपने यूनिवर्सिटी के इस पत्र को न माना तो यूनिवर्सिटी आप पर यूनिवर्सिटी के नियमों के मुताबिक कार्यवाही करेगी।
संगठन ने डॉक्टर संजय कौशिक द्वारा संगठन की विनती पर जल्द सख्त पत्र निकालने पर उनका धन्यवाद किया। संगठन के जनरल सेक्रेटरी प्रो. जसपाल सिंह ने बताया कि अगर अब भी कॉलेज मैनेजमेंटो ने मई महीने की तनख्वाह अध्यापकों को नए पे स्केल से न दी तो उन्हें मजबूरन कॉलेजो के आगे धरना लगाना पड़ेगा और यूनिवर्सिटी को मजबूर करेंगे कि इन कॉलेज पर सख्त एक्शन लेते हुए उनकी एफीलिएशन जल्द से जल्द रद्द की जाए।