रोहित जसवाल । बंगाणा की बल्ह पंचायत में रविवार को एक दुखद हादसा हुआ। छपरोह खड्ड में दो सगी बहनों सहित तीन स्कूली छात्राओं की खड्ड में डूबने से जान चली गई।
वहीं, इस हृदय विदारक घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीनों बच्चियां रविवार को अपने स्कूल बैग धोने के लिए खड्ड के किनारे गई थीं। इसी दौरान अचानक एक बच्ची का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में जा गिरी। उसे बचाने के प्रयास में अन्य दो बच्चियां भी खड्ड में उतर गईं, लेकिन पानी गहरा होने के कारण वे भी डूब गईं। अचानक तीनों की जान खड्ड के पानी में समा गई।
मृतक बच्चियों की पहचान खुशी पुत्री मंजीत, कोमल और सोनाक्षी पुत्री अजय कुमार के रूप में हुई है। तीनों बच्चियां काफी होनहार बताई जा रही हैं और स्थानीय स्कूल में पढ़ती थीं। जानकारी के अनुसार, जब शाम तक बच्चियां घर नहीं लौटीं, तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। इस दौरान गड्ढे के किनारे एक लड़की की चप्पल दिखाई दी। आगे जाकर ग्रामीणों ने देखा कि दो लड़कियों के शव पानी की सतह पर तैर रहे थे।
तुरंत ग्रामीण इकट्ठा हुए और तीनों को पानी से निकालकर स्थानीय आदर्श अस्पताल थाना काल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने जाँच के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक हादसे की खबर फैलते ही पूरे इलाके में मातम छा गया। सभी की आँखें नम हो गईं। गाँव में सन्नाटा पसरा है और परिवार के लोग रो रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से गड्ढे के खतरनाक स्थानों पर सुरक्षा उपाय करने की माँग की है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएँ न हों।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, ऊना ज़िले में खाई में डूबने से तीन लड़कियों की मौत की खबर बेहद दुखद और दर्दनाक है। यह इतना गहरा दर्द है कि इसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है। इस अपूरणीय क्षति पर शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत बेटियों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।