गढ़शंकर -अगर देश में 1948 से पीएम फंड़ चल रहा था तो अब कारोना काल में नयां पीएम केयर फंड बनाने की क्या जरूरत थी। यह शब्द सीपीएम के प्रदेशिक सचिव सुखविंदर सिंह सेखों ने गढ़शंकर के पार्टी कार्यलय में कहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार की मंशा साफ नहीं है पीएम केयर फंड वनाया जाए जिसका कोई भी हिसाब किताब नहीं होगा और इसका न ही कोई आडिट होगा औैर सरकार को मनमर्जी करने का मौका मिलेगा। उन्होंने तंज कसते कहा कि 1999 के क कार्गिल युद्ध में दैरान भी देश में भाजपा नेतृत्व वाली बाजपेई सरकार थी उस समय में इनकी पार्टी के रक्षा मंत्री ने शाहीदों के कफन तथा बूटों से कमीशन खाई थी अब भी देश की जनता मुशकिल में है और भाजपा वाले आपने हाथ रंगने में लगे हुए हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि देश की जनता को बताया जाए कि इस फंड में कितने पैसे जमां हुए हैं और यह पैसा कहां कहां खर्च किया। किस प्रदेश को कितना पैसा दिया है। किसान संघंर्ष के संबंध में उन्होंने कहाकि देश का अंनदाता छे महीने से से वार्डरों पर डटा हुआ है पर देश की मोदी सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही और उन्होंने आगे कहा कि 2019 के चुनाव में भाजपा ने सभी कारपोरेट घरानों से कोई 11 अरब रुपए बतौर पार्टी चंदा लिया था। जिसकी कीमत मोदी सरकार यह तीनों कृषि कानून लागू कर अदा कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान कृषि कानूनों में कोई भी संशोधन सवीकार नहीं करेंगे उनका संघंर्ष तव तक जारी रहेगा जब तक यह तीनों कानून रद्द नहीं किए जाते। उन्होंने कांगे्रस पर आरोप लगाते कहाकि राज्य सभा में कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी थी फिर भी पार्टी ने भी सदन के भीतर कोई इतराज नहीं जताया। आम आदमी पार्टी ने तो कृषि कानूनों के पक्ष में सटैडिंग कमेटी में सहमती दे दी थी और केजरीवाल तो कानूनों को दिल्ली में लागू भी कर दिया था। उन्होंने कहा कि देश की भाजपा तथा पंजाब की कांग्रेस सरकार कारोना काल में बुरी तरह बिफल सरकारें रही हैं। आम जनता की ओर धयान देने की जगह एक दूसरे ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगाने में मशगूल हैं। उन्होंने राज्य की कैप्टन सरकार से मांग करते कहाकि जिस समय तक कारोना की महांमारी चल रही है उस समय तक जो परिवार आय टैक्स नहीं भरते सरकार उनके खाते में 75 सौ रुपए, पांच सदस्यों के परिवार को 35 किलोग्राम आनाज मुफत देें। राज्य के हर नागरिक को बीमारी के चलते इलाज, वैकसीन तथा हर तरह की दवाई मुफत दी जाए और सरकार निजी अस्पतालों को आपने कंट्रोल में ले कर आम लोगो का ईलाज करवाए। इस समय सीपीएम के जिला सचिव व कुल हिंद किसान सभा के प्रदेशिक उपाध्यक्ष दर्शन सिंह मट्टू तथा कुल हिंद किसान सभा के प्रदेशिक सचिव गुरनेक सिंह भज्जल उपस्थित थे।