गढ़शंकर, 9 अगस्त: दोआबा साहित्य सभा (रजि.) गढ़शंकर ने साहित्य सभा की मासिक बैठक में विचार-विमर्श एवं सावन कवि दरबार का आयोजन किया, जिसमें सभा के सदस्यों के अलावा गढ़शंकर तहसील में सक्रिय विभिन्न जनवादी एवं कर्मचारी संगठनों के सक्रिय सदस्यों ने भाग लिया। विचार-विमर्श के आरंभ में सभा के अध्यक्ष प्रिंसिपल डॉ. बिक्कर सिंह, कर्मचारी नेता मुकेश कुमार, प्रिंसिपल विजय भट्टी, बलवीर सिंह खानपुरी और संतोखवीर जी ने देश के हालात, शिक्षा में हो रहे बदलाव और पंजाब के गौरवशाली जुझारू इतिहास पर अपने विचार प्रस्तुत किए और केंद्र सरकार पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर अवैज्ञानिक बनाने का आरोप लगाया। हंसराज गढ़शंकर, गुरमेल सिंह, जरनैल सिंह डघाम, गुरमीत राम समुंदड़ा, सतपाल कलेर चक फुलू, अमरजीत सिंह बंगड़ आदि ने चर्चा में भाग लिया। चर्चा के बाद, सावन कवि दरबार में संतोखवीर जी और विजय कुमार भट्टी ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम के अंत में, बलबीर सिंह खानपुरी ने सभी नेताओं, सदस्यों और श्रोताओं का धन्यवाद किया और भविष्य में भी इसी तरह सहयोग करने की अपील की