गढ़शंकर, 13 मई: दोआबा साहित्य सभा रजि. गढ़शंकर की बैठक गांधी पार्क स्थित सभा के कार्यालय में हुई, जिसमें महान कवि सुरजीत पातर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया गया और बिछुड़ी आत्मा को दो मिनट का मौन रख कर श्रदाँजलि अर्पित की गई। सुरजीत पातर की कविताओं में नई पंजाबी कविता के सभी लहरों का उल्लेख मिलता है। वह पंजाबी साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े उच्च स्तर के संस्थानों को नेतृत्व और संरक्षण प्रदान करते रहे हैं। इस अवसर पर सभा के अध्यक्ष डॉ. बिक्कर सिंह, महासचिव केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा (सेखों) के महासचिव प्रो. संधू वरयानवी, संतोख सिंह वीरजी, विजय भट्टी, तरनजीत सिंह, अवतार पक्खोवाल, सरवन सिद्धू, कृष्ण गढ़शंकरी, मास्टर गुरमेल सिंह, शहीद भगत सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष दर्शन मट्टू एवं संरक्षक सुभाष मट्टू, अमरीक हमराज़, बलवीर खानपुरी, रणवीर बब्बर, प्रो. जे.बी. सेखों, प्राचार्य गुरजंट सिंह, हरदेव राय, हरिलाल नफरी एवं अन्य सहयोगी उपस्थित थे। तत्पश्चात् कवि दरबार हुआ जिसमें उपस्थित सदस्यों ने दिवंगत साथी की ग़ज़लें ही पेश कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
दोआबा साहित्य सभा ने शायर सुरजीत पातर के निधन पर किया शोक व्यक्त
May 13, 2024