एएम नाथ। शिमला : कांग्रेस ने अब विधानसभा उपचुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव भी आक्रामक तरीके से लड़ने को नई बिसात बिछा दी है । हिमाचल में कांग्रेस दो विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतारकर भी राज्य सरकार में बहुमत कायम रखने का संदेश देने की तैयारी में है।
कांग्रेस ने अब विधानसभा उपचुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव भी आक्रामक तरीके से लड़ने को नई बिसात बिछा दी है। व्यवस्था परिवर्तन के नारे पर चलते हुए दोनों तरह के चुनावों के लिए कांग्रेस ने अलग-अलग रणनीति बनाते हुए भाजपा को घेरने की कार्ययोजना बनाई है। लोकसभा चुनाव को हल्के में नहीं लेते हुए कांग्रेस अब मंडी संसदीय क्षेत्र से मंत्री विक्रमादित्य सिंह और शिमला से विधायक विनोद सुल्तानपुरी को चुनाव लड़ाने की तैयारी में है
मंडी सीट विक्रमादित्य सिंह के परिवार की परंपरागत सीट रही है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह तीन-तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। शिमला सीट से विनोद सुल्तानपुरी के पिता दिवंगत केडी सुल्तानपुरी लगातार छह बार सांसद रह चुके हैं। इन आंकड़ों पर गौर करते हुए ही कांग्रेस ने अब मंडी और शिमला से युवा विधायकों को चुनाव मैदान में उतारने का मन बनाया है।