शिरोमणी अकाली दल कार्याकर्ताओं पे पूर्व सांसद प्रो. चंदूमाजरा के नेतृत्व में धरना लगाकर किया प्रर्दशन
गढ़शंकर : शिरोमणी अकाली दल के कार्याकर्ताओं दुारा पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा व शिरोमणी अकाली दल के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक सुरिंद सिंह भुल्लेवाल राठां दुारा स्थानीय एसडीएम कार्यालय में पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ धरना लगाकर प्रर्दशन किया और तहसीलदार तपन भनोट को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कार्याकर्ताओं ने जमकर पंजाब सरकार खिलाफ नारेवाजी की और पंजाब का लगातार नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाए। इसके ईलावा आटा दाल सकीम के काटे गए राशन कार्ड बहाल करने की मांग को भी जोर शौर से उठाया गया और दिल्ली दुारा रिमोट से पंजाब सरकार को चलाने के भी जमकर अरोप लगाए।
पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि पंजाब की जनता से बड़े बड़े झूठे वायदे और दायवे कर सत्ता में आ तो गई लेकिन पंजाब में कानून व्यवस्था की हालत बूरी तरह चरमरा चुकी है। पंजाब की आर्थिक हालत चिंताजनक बनी हुई है तो इस आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब पर एक साल में ही 42 हजार करोड़ का और कर्ज का बोझ लाद दिया है। राजीनतिक विरोधियों को बदले की भावनाओं के तहत झूठे केसों में फंसाया जा रहा है। उन्होंने शराब की पंजाब में भी अरविंद केजरीवाल की टीम दुारा दिल्ली की तर्ज शराब कारोबारियों से मिलकर नीती बनाई गई। इसलिए दिल्ली की तरह शराब नीती की सीबीआई तो तुंरत जांच करवाई जाए।
पूर्व विधायक सुरिंद्र सिंह भुल्लेवाल राठां ने कहा कि अमन कानून की हालत इतनी बदतर है कि अजनाला थाने में पर कबजा, गोइंदबाल साहिब की जंल में गैंगवार में हत्याएं हो गई, इंटैलीजैंस हैडकर्बाटर पर आरपीजी से हमला, जेल में बैठे गैंगस्टर एक चैनल को इंटररूवू देते है तो चारों और हत्याएं, लूट, व फिरौतियों की घटनाएं हो रही है। पंजाब में के हालात खतरनाक दौर में पहुंच चुके है। लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान इस और ध्यान देने की जगह सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए झूठे केस दर्ज करवाने के लिए विजीलैंस का दुरपयोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सत्ता में आने से पहले सभी फसलों पर एमएसपी देने का वायदा सत्ता में आते ही भूल गए और धान व गेंहू की खराव हुई फसल का मुआवजा अव तक नहीं दिया गया।
नगर कौंसिल गढ़शंकर के पूर्व अध्यक्ष रजिंद्र सिंह शूका ने कहा कि आप की सरकार अपने किए वायदे मुतािकव तुरंत एक एक हजार रूपए महिलाओं का दें और बुढ़ापा, विधवा व बिकलागों को पैंशन को 25 सैा रूपए प्रति महीना पैंशन को तुरंत लागू करे। उन्होंने कहा कि सरकार हर फ्रंट पर पूरी तरह फेल हो चुकी है। सरकार सरकारी खजाने का विज्ञापनों पर खर्च कर जमकर दुरपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों करोड़ के दिए जा रहे विज्ञापनों की उच्चस्तरीय जांच करवानी चाहिए।
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