कैबनिट मंत्री हरजोत बैंस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का लिया जायजा और प्रशासन को किस फैक्टरी की गैस और कौन सी गैस लीक हुई.. पूरे मामले की जांच के दिए निर्देश
कैबनिट मंत्री हरजोत बैंस व मौके पर उपस्थित कुछ लोगों के बीच हुई नोक झोंक
सैंट सोल्जर स्कूल के डायरेक्टर किसी भी तरह की गैस ना लीक होने की बात कही
नंगल : सुबह 9 बजे के करीब नया नंगल सहित नंगल शहर और आस पास के इलाके में माहौल दहशतजदा बन गया जब नया नंगल को खतरनाक जोन घोषित कर दिया गया। गैस लीकेज से फोकल पवाइंट में स्थित सैंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल में कुछ बच्चों बच्चें दम घुटने,बेहोशी आने की शिकायत करने लगे। देखते ही देखते कुछ बच्चे बेहोश हो गए। एक अध्यापिका की भी सेहत खराब हो गई। आनन फानन एम्बूलैंस द्वारा बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। स्कूल के 27 के करीब बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। जिसमें एक लडक़ी रूही को पीजीआई रैफर कर दिया गया। जिसकी सेहत अभी ठीक है। सोशल साइटों पर इस घटना को देख चंद मिंटो में पूरा फोकल पवाइंट जाम हो गया। क्योंकि अभिवावक व शहर के लोग अपने अपने वाहनों के साथ फोकल पवाइंट पहुंच रहे थे। स्कूल को जाने वाली 10 फुट की सडक़ पर इतना जाम लग गया कि स्कूल पैदल पहुंचना भी स्कूल तक मुश्किल हो गया। कैबनिट मंत्री हरजोत बैंस को 10 बजे के करीब जैसे ही इस घटना का पता लगा वह अपने दल बल के साथ स्कूल में पहुंच गए। वह बच्चों को उनके घर पहुंचाने के लिए वहां दो घंटे रुके रहे। इस दौरान उनके साथ नंगल व श्री अनंदपुर साहिब का प्रशासन भी इस काम में लगा रहा। इस घटना दौरान कुछ लोगों और कैबनिट मंत्री हरजोत सिंह बैंस के बीच गैस लीक की घटना को लेकर नोक झोंक भी हुई। मौके पर पहुंचे कैबनिट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने गैस लीक मामले की जांच के हुकम दे दिए हैं। इस दौरान यहां बच्चों के माता पिता अपने बच्चों को लेकर बिलकते दिखाई दे रहें थे। वहीं स्कूल प्रबंधन गैस लीक की घटना पर पर्दा डालते दिखाई दे रहा था। स्कूल प्रबंधन के कुछ जिम्मेबार लोग कोई भी गैस लीक ना होने अड़े हुए थे। वह स्कूल के बच्चों की सेहत बिगडऩे के पीछे के कारण कुछ और ही व्यान कर रहें थे। इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर रोपड़ डा.प्रीती यादव,एसएसपी विवेक शील सोनी,एसडीएम मनीषा राणा आईएएस,डीएसपी श्री अनंदपुर साहिब अजय सिंह,एसएचओ दानिश वीर,एस.एम.ओ डा.नरेश कुमार आदि प्रशासन अधिकारी उपस्थित थे।
गैस लीक की घटना बहुत बड़ी घटना थी,पर जो मौके पर हालाक पैदा हुए वह कई तरह के सवाल खड़े कर गया। जिसमें स्कूल को जाने वाली सडक़ इतनी तंग है के अगर गैस ज्यादा लीक हुई होती। तो हालात पर काबू पाना मुश्किल हो जाता। नया नंगल का फोकल पवाइंट में जो उदोयगिक इकाईयां है उन्हमें काफी खतरनाक गैसें बनती है। जिसके चलते फोकल पवाइंट को खतरनाक जोन घोषित किया गया है। लेकिन फोकल पवाइंट के जो मौजूदा हालात है,जो के रिहायशी इलाका बन गया है,स्कूल चल रहा है और यह एक भीड़ भाड़ वाला इलाका बन गया। यह सब प्रशासन सहित कौंसिल की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवालों के घेरे में है। इस घटना दौरान कुछ स्कूल की मान्यता को लेकर सवाल करते दिखाई दिए। जिनका कहना था के जब सुबह पता चल गया था के गैस लीक हो रही है और स्कूल ने सुबह की प्रार्थना भी नहीं करवाई। तो स्कूल प्रबंधन ने सुबह ही छुट्टी क्यों नही की। जिस पर स्कूल प्रबंधन गैस लीक ना होने की बात पर अड़ा रहा। स्कूल मान्यता को लेकर प्रबंधन के लोग उनके पास सभी एनओसी होने का दावा करते रहें।
कैबनिट मंत्री और कुछ लोगों के बीच हुई नोक झोंक का मामला
कुछ लोग गेट पर कैबनिट मंत्री हरजोत बैंस और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान पार्षद दीपक नंदा व उनके साथ अन्य का कहना था के हम सुबह आठ के बजे से बच्चों को संभालने में लगे हुए थे। स्कूल का रास्ता तंग है,कुछ प्रशासन अधिकारी अपनी गाडिय़ा सीधी स्कूल के अंदर ला रहे थे। हम उन्हें गाडिय़ा पीछे खड़ी कर आने का निवेदन कर रहे थे। क्योंकि रास्ते पर काफी भीड़ हो गई थी। 10 बजे के बाद कैबनिट मंत्री बैंस आए। हमारे लोग वीडियो बनाने लगे जो पहले ही बना रहे थे। कैबनिट मंत्री ने आते ही हमसें फोन छीन लिया और हमें बुरा भला कहने लगे। जबकि बैंस जो भी छोटी छोटी एक्टीविटी कर रहें थे,उनके साथी उसकी भी वीडियो बना रहे थे। हम सुबह के लगे हुए थे,हम शहर की हर मुश्किल में पहले सेवा के लिए पहुंचते हैं। मंत्री बैंस तो तब आए जब हमनें बिमार बच्चों को अस्पताल भेज दिया था और बाकी बहुत से बच्चों को घर भेज दिया था।
मुझे तो नहीं लगा के गैस लीक हुई है:वाई.पी कौशल
सुबह साढे सात के बाद बच्चों ने कहा के उन्हें सांस लेने में दिक्कत के साथ अन्य परेशानियां हो रही है। हमनें सुबह की प्रार्थना नही करवाई और बच्चों को कक्षाओं में भेज दिया। मैं आठ बजे से पूरे स्कूल में घूमा रहा हूं,पर मुझे कहीं नहीं लगा के गैस लीक हो रही है। इन दिनों में जिन्हें एस्थमा की दिक्कत होती है। उन्हें ऐसी परेशानी हो जाती है। हम सुबह के स्कूल में है किसी को गैस लीक होने से होने वाली दिक्कत नहीं हुई। सभी बच्चें कुशलता से उनके घरों को भेज दिएं हैं। बाकी मैंने रास्ते के संबंध में बहुत बार कौंसिल को लिखा है। हमारा स्कूल 17 वर्ष से चल रहा है। हमारे भारत सरकार,पंजाब सरकार की वह सभी एन.ओ.सी हैं। जो स्कूल खोलने के लिए जरूरी होती हैं।
जो लोग इस मौके पर राजनीति कर रहें थे,उनकी इस सोच को देख मुझे दुख हुआ,कम से कम समय तो देख लेते:कैबनिट मंत्री बैंस
कैबनिट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा के जब मैं स्कूल में आया तो मैं बच्चों को देखने लगा। पर कुछ मेरे खिलाफ बोल कर अपनी राजनीति कर रहें थे। उनकी इस हरकत को देख मेरा दिल पसीज गया। यह लोग मेरे खिलाफ ही बोलतें हैं। इनका काम ही यह है। पर आज समय तो देख लेते के हालात कैसे बने हुए हैं। मुझे इनकी कोई परवाह नहीं। मैं लोगों के लिए काम करता रहूंगा। बाकी हमनें बच्चों को घर भेज दिया है। स्कूल प्रबंधन से कहा के वह पेरैंटस राफता करें के उनके बच्चें उनके पास पहुंच गएं है। बाकी यह नही पता चला के गैस किस फैक्टरी की लीक हुई है और कौनसी गैस लीक हुई है। प्रशासन को जांच के हुकम कर दिए गए हैं। जो गैस लीक के लिए जिम्मेबार होगा उसे बख्शा नही जाएगा। चाहें जितनी बड़ी मर्जी इंडस्ट्रीज हो। यह बच्चों की जिंदगी से जुड़ा मामला है।
स्कूल में जो हालात बने उनसे साफ है के प्राइमो(पीएसीएल) से गैस लीक नही हुई है:वालिया प्राइमो अधिकारी
प्राइमो(पीएसीएल)के मुख्य अधिकारी एम.एस वालिया ,तलविंदर सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने कहा के गैस हमारी फैक्टरी से लीक नही हुई है। किसकी गैस लीक हुई है उसकी जांच होनी चाहिए। हमारे प्लांट में कलोरिन गैस बनती है। जो भारी गैस है। जबकि स्कूल की चौथी मंजिल पर बैठे बच्चों को दिक्कत आई है। क्लोरिन इतनी ऊंची नही जा सकती। सुबह हमारे टैक्नीकल स्टाफ को लगा था के गैस लीक हो रही है। हमनें अन्य एक फैक्टरी के मुख्य लोगों से बात की थी के उनके प्लांट से गैस लीक तो नही हो रही। स्कूल में गैस लीक से जो हालात बने उनसे साफ होता है के गैस हमारे प्लांट से लीक नही हुई है। बाकी कैबनिट मंत्री हरजोत बैंस ने जांच के निर्देश दे दिए हैं। जिसके चलते हमारे पास जो भी रिकार्ड है वह हमनें प्रशासन को सौंप दिया है। जिससे काफी हद तक साफ हो जाएगा के गैस किस फैक्टरी की लीक हुई है।
नंगल गैस लीक मामले में जाने कब क्या हुया : 27 से अधिक बच्चों को सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सभी को भेजा घर, एक बच्चे को पीजीआई रैफर किया था वह भी ठीक हो कर घर वापिस
May 11, 2023