जयराम ठाकुर का सराज से नशे के खिलाफ़ जंग का एलान, राज्यपाल ने अभियान को सराहा
जिला के विधायक, पंचायत प्रतिनिधि, महिला मंडल और स्कूलों के बच्चों से किया सक्रिय होकर काम करने का आह्वान
पड़ोसी राज्य की ढील और सीमा पर लापरवाही से गांव–गांव पहुँच रहा चिट्टा
एएम नाथ। मंडी : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जंजैहली में आयोजित नशा मुक्त हिमाचल अभियान को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यपाल महोदय ने इस कार्यक्रम में आकर नशे के खिलाफ अपनी बचनबद्धता को दिखाया है। आप पहले राज्यपाल हैं जो दुर्गम इलाके में अपना संदेश देने के लिए हमारे बीच पहुंचे हैं जिसके लिए मैं आपका स्वागत करता हूँ। नशे को हिमाचल से उखाड़ फेंकने की महामहिम शिव प्रताप शुक्ल की प्रतिबद्धता का पूरा प्रदेश कायल है। उन्होंने कहा कि आज देश को नरेंद्र मोदी के रूप में सशक्त नेतृत्व मिला है। जिस प्रकार का संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को पहलगाम की घटना के बाद दिया है वो दूसरा कोई नेता नहीं दे पाता। मात्र 24 मिनट की सैन्य कारवाई से पाकिस्तान थरथरा गई। पाकिस्तान न केवल आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देने बाला देश है बल्कि सीमापार से जानलेवा नशे की खेप पहुंचाने का भी नहीं काम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी राज्यों की सीमा से नशा चोरी छिपे आ रहा है। हमारा पड़ोस का एक राज्य बहुत कोताही बरत रहा है जिससे नशा आसानी से पहाड़ी प्रदेश के गांव गांव तक पहुँच रहा है। जब मैं मुख्यमंत्री था तो मैंने सभी पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ साझा बैठक भी की। इसमें इस पर रणनीति बनी और बॉर्डर एरिया में इस धंधे से जुड़े लोगों को हमने इंटेलिजेंस के माध्यम से उनकी कमर तोड़ने का काम किया। अब पंजाब में एक ऐसी सरकार बनी है जो नशे के खिलाफ कारवाई में बहुत ढील बरत रही है। उन्होंने कहा कि हमारी राज्य सरकार को अब अपनी सीमा पर प्रभावी ढंग से काम करना चाहिये ताकि नशा अंदर न आ सके।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कोई भी अभियान तब तक सफल नहीं होता जब तक आम जनता की इसमें भागीदारी न हो। अब समय आ चुका है कि हर घर को चिट्टे जैसे घातक नशे के खिलाफ मुहिम शुरू करनी होगी। अगर हम अभी नहीं जागे तो अच्छे अच्छे परिवार की इसकी चपेट में आ जाएंगे। युवा जिस रफ्तार से इसकी चपेट में आ रहे हैं वो बहुत चिंताजनक है। अब केवल इसका प्रयोग करने वाले ही नहीं इसको बेचने वाले भी पैसा कमाने के लालच में युवाओं को इस धंधे में धकेल रहे हैं। उन्होंने इस बात को लेकर भी चिंता जताई कि बहुत सारे लोग लत लगने के बाद नशा छुड़ाने के लिए भी आगे आ रहे हैं लेकिन सरकार पुनर्वासन के लिए कोई काम नहीं कर पा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन को इस दिशा में काम करने का आग्रह किया और अभी तक हुए प्रयासों को सराहा।

उन्होंने कहा कि मैंने इस ठंडे इलाके से इसकी शुरुआत की है। इससे जंग के लिए मैंने आज अपने सभी विधायक, स्कूलों के बच्चे, पंचायत प्रतिनिधि, महिला मंडल और अपने कार्यकर्ता तक यहां बुलाये हैं ताकि इस सामाजिक बुराई के खिलाफ सामूहिक लड़ाई हम लड़ सकें। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को इसमें सहयोग करने का आह्वान किया है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस प्रकार लोगों ने स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाया और हर घर में शौचालय बनाकर दिखाए वैसे ही अब इस नशे की बुराई को घर में घुसने न दें। उन्होंने कहा कि ये बुराई हर जगह है जिसे आप लोग ही दूर कर सकते हैं। हमें आज ‘नशे को ना जीवन को हां’ की जिद्द के साथ काम करना होगा कि नशा करने वालों को टोकना भी होगा और रोकना भी होगा। कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि अपने विधायकों और प्रभावी लोगों को नशे के खिलाफ एक मंच पर लाकर जयराम ने जो जंग का एलान किया है उसमें अपना योगदान अवश्य दें। साथ ही उन्होंने सभी को नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सहयोग देने की शपथ भी खिलवाई।
