गढ़शंकर। गांव पिपलीवाल में मतदाताओं की जिला परिषद के उम्मीदवारों से नाराजगी साफ़ तौर पर साहमने आई और मतदाताओं ने सबसे ज्यादा वोट नोटा को डाल दिया। हालांकि पंचायत समिति के कांग्रेस सीपीएम के उमीदवार को सबसे ज्यादा वोट डाले। जिससे साफ़ हो गया कि लोगों की नाराजगी जिला परिषद सदस्यों के इलावा कांग्रेस से भी थी। कयोंकि पंचायत समिति का उम्मीदवार कांग्रेस समर्थित सीपीएम के मोहन लाल थे तो जिला परिषद के लिए सीपीएम समर्थित कांग्रेस के उम्मीदवार सुच्चा राम थे। पंजाब में हुए चुनाव एक मात्र गांव है यहां जिला परिषद चुनाव में नोटा ने जीत दर्ज की।
गांव पिपलीवाल में जिला परिषद के लिए 256 व पंचायत समिति के लिए भी 256 वोट पड़े। पंचायत समिति का उम्मीदवार कांग्रेस समर्थित सीपीएम के मोहन लाल को 156 वोट पड़े तो आप के राम लाल को 56 तथा भाजपा के निरंजन सिंह को 52 वोट पड़े और एक वोट नोटा को पड़ा। इसके इलावा दो वोट रद्द हो गए। जिला परिषद में इसके उल्ट सीपीएम समर्थित कांग्रेस के उम्मीदवार सुच्चा राम को मात्र 15 वोट पड़े तो आप के हजभज सिंह को 79, भाजपा के कुलदीप सिंह को 55 वोट , निर्दलीय को पांच और 11 वोट रद्द हो गए। लेकिन जिला परिषद चुनाव में नोटा 91 वोट लेकर जीत गया।
गांव पिपलीवाल के मतदाताओं ने अपनी नाराजगी राजनितिक पार्टियों को जता दी लेकिन कोई भी इस मुद्दे पर खुल कर बोलने को तैयार नहीं। हालांकि तेजिंदर नाम के एक वोटर का कहना है कि कांग्रेस लीडरशिप से नाराजगी के कारण मतदातओं ने नोटा को वोट डाले।
