गढ़शंकर l देश में हुक्मरानों द्वारा लोगों में फैलाई जा रही नफरत, आतंक और सांप्रदायिक तत्वों, भारत के मुख्य न्यायाधीश का अपमान करने और केंद्र सरकार द्वारा विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और लद्दाखी लोगों के लोकप्रिय नेता को देशद्रोह के आरोप में एनएसए के तहत हिरासत में लेने के खिलाफ गढ़शंकर के संघर्षशील संगठनों डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट कीर्ति किसान यूनियन जीवन जागृति मंच, कुल हिंद किसान सभा, जम्हूरी किसान सभा, तर्कशील सोसायटी आदि के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने बंगा चौक स्थित गांधी पार्क में रोष रैली की और उसके बाद शहर में रोष प्रदर्शन किया। इस समय विभिन्न संगठनों के नेता मुकेश कुमार, गुरनेक सिंह भज्जल, दर्शन सिंह मट्टू, हरमेश ढेसी, कलभूषण महिंदवानी, राम जी दास चौहान, सुखदेव डांसवाल प्रिंसिपल बिक्कर सिंह, डॉ. जोगिंदर कुल्लेवाल, प्रिंसिपल जगदीश राय, बीबी सुभाष मट्टू, कुलविंदर सिंह चहल आदि ने कहा कि पिछले 12 वर्षों से आरएसएस समर्थित भाजपा सरकार देश के लोगों में सांप्रदायिक जहर फैलाने, समाज में भाईचारे को तोड़ने और विरोध करने वालों को बिना किसी आरोप के जेल में डालने का काम कर रही है।नेताओं ने आगे कहा कि इसी नफरत के तहत एक वकील ने देश के सर्वोच्च न्यायालय की सुनवाई के दौरान देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की कोशिश की, जिससे देश के संविधान और सर्वोच्च न्यायालय का अपमान हुआ। इसी तरह, लद्दाख के लोग 2019 में जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करके लद्दाख के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में केंद्र सरकार की विफलता के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार ने लगातार नजरअंदाज किया है। उनकी जायज मांगों को मानने के बजाय, उनके लोकप्रिय नेता और उत्साही जलवायु प्रेमी सोनम वांगचुक को देशद्रोह के आरोप में एनएसए के तहत गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है। इसका सभी संगठनों ने कड़ा विरोध किया और मांग की कि सोनम को तुरंत रिहा किया जाए और अनुच्छेद 370 के तहत लद्दाखियों और जम्मू-कश्मीरियों को मिलने वाले अधिकार देकर न्याय किया जाए और मुख्य न्यायाधीश का अपमान करने वाले वकील को सख्त से सख्त सजा दी जाए। इस समय विरोध मार्च में कुलविंदर चहल, कश्मीर सिंह भज्जल, रणजीत सिंह, सुखदेव शामिल थे। डांसवाल, जरनैल सिंह शाम सुंदर, प्रेम सिंह, चैन राम, रशपाल कौर, बलवंत राम, प्रदीप कुमार, जगदीप कुमार, सुरिंदर गोलेवाल, मनदीप कुमार, हंसराज गढ़शंकर, गुरमेल सिंह, सतनाम सिंह, राम लुभाया आदि मौजूद थे।
