चंडीगढ़ : कांग्रेस पंजाब में अपने चुनावी प्रदर्शन से काफी उत्साहित है। राज्य की 13 में से 7 लोकसभा सीटें जीत ली हैं. इस जीत के बाद अब पार्टी की नजर 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नवनिर्वाचित सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का कहना है कि हमें जमीनी स्तर पर जाकर काम करना होगा और नए लोगों को जिम्मेदारी देनी होगी।
राजा वड़िंग ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा, ”बहुत अच्छे नतीजे आए और जिस प्रकार से हमारी अपेक्षा थी, सबसे बड़ी पार्टी के रूप में और सबसे ज्यादा सीट कांग्रेस पार्टी पंजाब में जीते, वैसा ही हुआ। लोगों ने कांग्रेस में विश्वास जताया है। 2027 के लिए नए संकेत दिए है। लोग ये महसूस करते हैं कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो पंजाब का नेतृत्व कर सकती है।
छह महीने में तय करने होंगे प्रत्याशी – लुधियाना से नवनिर्वाचित सांसद राजा वड़िंग ने कहा, ”ये संकेत दिए हैं कि हमें भविष्य में जोरदार तरीके से लड़ना होगा। ओवर कॉन्फिडेंस में नहीं आना है बल्कि जमीनी स्तर पर जाकर नए लोगों को जिम्मेदारी देनी होगी, जहां जहां हमें लगता है कि जिम्मेदारी देने की जरूरत है और अभी से हमें सब कुछ तय करना होगा। अगले छह महीने में, कौन कहां से चुनाव लड़ेगा और अगली रणनीति क्या होगी।
पंजाब में कांग्रेस की इन सीटों पर हासिल की है जीत : पंजाब में कांग्रेस ने पिछले चुनाव से बेहतर प्रदर्शन किया है।।यहां की गुरदासपुर, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर और पटियाला सीट यह जीत गई है। कांग्रेस से बीजेपी में जाने वाले दो पूर्व सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और परनीत कौर चुनाव हार गईं। रवनीत सिंह को हालांकि बीजेपी ने केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है। पंजाब में बीजेपी अपना खाता नहीं खोल पाई। यहां की तीन सीट आप, एक सीट शिरोमणि अकाली दल और दो सीट निर्दलीयों ने जीती है। आप चूंकि यहां की सत्तारूढ़ पार्टी है तो उसके प्रदर्शन पर सबकी निगाहें थीं लेकिन वह भी यहां कुछ खास नहीं कर पाई।