चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस और यूपी पुलिस ने सोमवार को पीलीभीत में एक ज्वाइंट ऑपरेशन में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मारे गए आतंकियों को ISI का सपोर्ट था और पंजाब पुलिस को ब्रिटिश सेना के एक सिख सैनिक पर संदेह है कि हमले की योजना में वह भी शामिल था, जो ब्रिटेन में रहता है।
इस तरह अब ब्रिटिश सेना का एक सिख सैनिक जगजीत सिंह पंजाब पुलिस के रडार पर है। और उसकी तैनाती अफगानिस्तान में भी रह चुकी है। अब संदेह है कि पंजाब में पुलिस स्टेशनों पर हाल ही में हुए ग्रेनेड हमलों के पीछे उसका ही हाथ है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जांच में पता चला है कि जगजीत सिंह के परिवार के कई सदस्य भारतीय सेना में रह चुके हैं। उसकी जड़ें पंजाब के तरनतारन जिले में हैं। जगजीत के दादा, पिता और भाई सहित कई रिश्तेदारों ने भारतीय सेना में सेवा की है। पीलीभीत में केजेडएफ मॉड्यूल के तीन सदस्यों के मारे जाने के बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में ब्रिटिश सेना के सैनिक की पहचान जगजीत सिंह के रूप में की, जिसे फतेह सिंह ‘बागी’ के नाम से जाना जाता है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जांच से पता चला है कि जगजीत सिंह भारत की आर्मी फैमिली से आता है, जिनकी जड़ें पंजाब के तरनतारन जिले में हैं। उसके दादा, पिता और भाई सहित कई रिश्तेदार भारतीय सेना में सेवा कर चुके हैं।
ब्रिटिश सेना में सेवारत था जगजीत सिंह : एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक समाचार पत्र को बताया, “हम इस बात से क्लियर हैं कि जगजीत सिंह एक समय में ब्रिटिश सेना में सेवारत था लेकिन ब्रिटिश अधिकारियों से अभी यह पता लगाना बाकी है कि वह अभी भी सेवा में है या नहीं। आमतौर पर, हमें इस तरह की पूछताछ पर विदेशी एजेंसियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलती है क्योंकि वे किसी भी ऐसे नागरिक की संलिप्तता से इनकार करते हैं जो सरकारी एजेंसी में काम कर रहा हो।”
10 साल पहले स्टूडेंट वीजा पर गया था ब्रिटेन : डीजीपी यादव ने अपने पोस्ट में जगजीत सिंह को यूके में रहने वाला और ब्रिटिश सेना में सेवारत बताया। सूत्रों ने बताया कि जगजीत सिंह करीब 10 साल पहले स्टूडेंट वीजा पर ब्रिटेन गया था और वहां उसने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की थी। उसके बाद वह ब्रिटिश सेना में सैनिक के रूप में भर्ती हुआ था।