चंडीगढ़, 13 फरवरी : पंजाब में शिरोमणि अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी के बीच गठबंधन की अटकलों के चलते मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी ने अकाली दल के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही पंजाब में नए राजनीतिक समीकरण बनने शुरू हो गए हैं। अकाली दल व भाजपा के गठबंधन को लेकर कई दिनों से अटकलें चल रही हैं।
बहुजन समाज पार्टी की प्रदेश स्तरीय बैठक मंगलवार को चंडीगढ़ के अंबेडकर भवन में हुई, जिसमें प्रदेश स्तरीय बहुजन समाज पार्टी की कमेटी के नेता शामिल हुए। बैठक में बहुजन समाज पार्टी के केंद्रीय कोऑर्डिनेटर और पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा के प्रदेश इंचार्ज रणधीर सिंह बेनीवाल मौजूद रहे। चार घंटे तक चली बैठक के बाद मुद्दा उठा कि शिरोमणि अकाली दल लगातार बहुजन समाज पार्टी की अनदेखी करते हुए भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर रहा है। बैठक में शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और किसानों को कुचलने की गैर संवैधानिक नीतियां बनाने का आरोप लगाया गया। यह भी कहा गया कि बहुजन समाज पार्टी कभी भी भारतीय जनता पार्टी के साथ नहीं जा सकती, क्योंकि भाजपा भारतीय संविधान को बदलने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसलिए बसपा अपने बल पर पंजाब में लोकसभा चुनाव लड़ेगी।