पंजाब में पंचायत चुनाव राजनीतिक पार्टी के चुनाव चिह्न पर नहीं होंगे. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा है कि पंजाब में पंचायती चुनाव अब राजनीतिक पार्टियों के सिंबल पर नहीं होंगे. सरपंच और पंच के चुनाव राजनीतिक पार्टी के चुनाव चिह्न पर होते थे.
पंजाब के मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि आज पंजाब कैबिनेट ने पंजाब पंचायत रूल्स में संशोधन किया है. और अब सरपंच और पंच के चुनाव राजनीतिक पार्टियों के चुनाव चिह्न पर नहीं होंगे. राजनीतिक पार्टियों के चुनाव चिह्न पर चुनाव होने से लोगों में मनमुटाव बढ़ता था जिसे खत्म करने के लिए और लोगों में भाईचारा बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया गया है. हालांकि जिला परिषद और ब्लॉक समिति पर ये निर्णय लागू नहीं होगा और सिर्फ सरपंच और पंच के चुनाव पर लागू होगा.
सितंबर में होंगे पंचायत चुनाव : माना जा रहा है कि पंजाब में सितंबर में पंचायत चुनाव कराए जा सकते हैं. दरअसल, हाई कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका के जवाब में पंजाब के एडवोकेट जनरल ने यह आश्वासन दिया था कि सितंबर तक पंचायत चुनाव करवा लिए जाएंगे. इसके पहले पंजाब की कैबिनेट की ओऱ से पार्टी सिंबल के साथ चुनाव ना लड़ने को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है.
कंगना को लेकर यह बोले चीमा : पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने कंगना रनौत विवाद पर बड़ी बात कही है. चीमा ने कहा, ”बीजेपी को कंगना रनौत का इलाज किसी मानसिक रोगी अस्पताल में कराना चाहिए.”
बता दें कि पंजाब की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की किसान इकाई ने कंगना के बयान को लेकर प्रदर्शन किया. इसमें कंगना की लोकसभा सदस्यता वापस लेने की मांग की गई है. वहीं, चीमा से पहले सीएम भगवंत मान ने भी कहा कि बीजेपी को कंगना रनौत जैसे विवादस्पद सांसदों को नियंत्रित करना चाहिए.