चंडीगढ़ : चार साल पहले हुई 60 वर्षीय सीमा गोयल की हत्या के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने उनके पति भारत भूषण गोयल को गिरफ्तार किया है। गोयल पंजाब यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ प्रोफेसर है जो यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल में पढ़ाते हैं।
यह गिरफ्तारी ब्रेन मैपिंग और अन्य फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक टेस्ट के आधार पर हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन टेस्ट से पता चला कि प्रोफेसर गोयल को हत्या और उससे जुड़ी घटनाओं की अनुभवात्मक यादें हैं। बता दें कि गोयल ने इन परीक्षणों के लिए अपनी सहमति दी थी। उन्होंने नार्को एनालिसिस टेस्ट के लिए भी हामी भरी थी, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से यह टेस्ट नहीं हो सका।
तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा
8 दिसंबर को पुलिस ने प्रोफेसर गोयल को उनके घर के बाहर से गिरफ्तार किया और और अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि उनकी पहली प्राथमिकता सीमा गोयल के लापता मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार को खोजना है। साथ ही, वे यह भी पता लगाना चाहते हैं कि क्या हत्या के समय कोई और भी घर में मौजूद था या किसी ने प्रोफेसर गोयल की मदद की थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मामला कई अनसुलझे सवालों से घिरा हुआ है। लेकिन ब्रेन इलेक्ट्रिकल ऑसिलेशन सिग्नेचर (BEOS) प्रोफाइलिंग जैसे वैज्ञानिक परीक्षणों और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों ने प्रोफेसर गोयल के खिलाफ इतना मजबूत मामला बनाया कि उनकी गिरफ्तारी जरूरी हो गई।
गोयल ने पुलिस को क्या बताया था
बता दें कि सीमा गोयल की हत्या 4 नवंबर, 2021 को दिवाली के दिन उपंजाब यूनिवर्सिटी के सेक्टर 14 स्थित क्वार्टर में हुई थी। प्रोफेसर गोयल ने बताया था कि जब परिवार का दूधवाला रोज की तरह दूध देने आया वह नीचे आए तो उन्होंने देखा कि मुख्य दरवाजा बाहर से बंद था। सीमा गोयल के शरीर पर संघर्ष के निशान थे, जिससे पता चलता है कि उन्होंने अपनी जान बचाने की बहुत कोशिश की थी। हालांकि, घर में जबरन घुसने के कोई निशान नहीं थे और न ही कोई कीमती सामान गायब हुआ था। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने पाया कि दरवाजे पर लगी धातु की जाली को अंदर से काटा गया था। यह प्रोफेसर गोयल के इस बयान के विपरीत था कि कोई बाहरी व्यक्ति घर में घुसा, उनकी पत्नी की हत्या की और भाग गया।
बेटी ने बताया एक दिन दोनों के बीच हुई थी बहस
सीमा गोयल के भाई डीप जॉर्ज ने आरोप लगाया था कि यह अपराध घर के किसी व्यक्ति ने ही किया है। जांच की धीमी गति से असंतुष्ट होकर, उन्होंने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद जांच को गति मिली। जांच के दौरान, दंपति की बेटी ने पुलिस को बताया कि हत्या से एक दिन पहले उसके माता-पिता के बीच तीखी बहस हुई थी। दिसंबर 2021 मे, पुलिस ने अदालत से प्रोफेसर गोयल के नार्को टेस्ट की अनुमति मांगी थी। बाद में, प्रोफेसर और उनकी बेटी दोनों के ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट होने थे। एक अधिकारी ने कहा कि वैज्ञानिक आकलन और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों ने गोयल की संलिप्तता का संकेत दिया।
