चंडीगढ़, 11 जुलाई । पंजाब विधानसभा में विशेष सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रश्नकाल व शून्यकाल न होने पर कांग्रेस सदस्याें ने हंगामा करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने कहा कि विशेष सत्र को जल्दबाजी में बुलाया गया है। विधानसभा नियमावली के तहत सदन की कार्यवाही से 15 दिन पहले तक विधायक अपने हलके के प्रश्न भेज सकते हैं। इस बार विधायकों के पास समय कम होने के कारण वह सवाल नहीं भेज पाए। जिसके चलते विशेष सत्र के दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा।
स्पीकर के इस वकत्तव्य के बाद नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा खड़े हो गए और उन्होंने सदन में दस्तावेज लहराते हुए कहा कि किस आपात स्थिति के चलते विशेष सत्र बुलाया गया है। कांग्रेस ने कहा कि अगर प्रश्नकाल नहीं करना है तो कम से कम शून्यकाल जरूर बुलाया
जाए। स्पीकर ने उनकी यह मांग खारिज कर दी। इसके बाद कांग्रेस के सदस्याें ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और स्पीकर वेल में आ गए। जिसे देखते हुए सदन में मार्शल तैनात कर दिए गए।
इस बीच स्पीकर ने ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा शुरू करवा दी। इसके बाद भी कांग्रेस सदस्याें का विरोध लगातार जारी रहा। कुछ देर हंगामे के बाद कांग्रेस सदस्य सदन से वाकआउट कर गए। जिसके बाद
स्पीकर ने संधवा ने सदन की अवधि दाे दिन बढ़ाने का ऐलान किया। इस बीच सदन में बस अड्डे के निर्माण समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई। पहले सत्र की कार्यवाही केवल 10 व 11 जुलाई को हाेनी थी, लेकिन अब 14 व 15 को भी सत्र की कार्यवाही चलेगी।