अकाली दल अध्यक्ष ने खटकड़कलां में शहीद के पैतृक गांव में शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा एक सेमिनार में भाग लिया, जिसमें शहीद भगत सिंह के आदर्शों को कैसे तबाह किया जा रहा है। उन्होने कहा कि भगवंत मान शहीद के समारक पर श्रद्धांजलि देने के बजाय अरविंद केजरीवाल को बचाने के लिए दिल्ली बैठें हैं।इस अवसर पर एक सेमिनार में भाग लेते हुए सरदार बादल ने कहा,‘‘ अकाली दल एक राजनीतिक दल ही नही, बल्कि एक ‘सोच’ है। हम दमन के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमने आजादी से पहले अंग्रेजों के खिलाफ और बाद में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी के दौरान ऐसा किया गया था। अकाली दल हमेशा अपने सिद्धांतों पर दृढ़ रहा है, कहते हुए सरदार बादल ने कहा,‘‘ यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज की पार्टियां वोट बैंक की राजनीति खेल रही हैं और एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रही हैं। उन्होने कहा कि ये पार्टियां भगत सिंह की ‘सोच’ का पालन नही कर रही हैं। उन्होने कहा कि अकाली दल ने न कभी अपने सिद्धांतों से समझौता किया है तथा न ही कभी करेगा।’’यह कहते हुए कि आप पार्टी ने पंजाबियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है सरदार बादल ने कहा, ‘‘ श्री भगवंत मान अपनी पगड़ी भी शहीद की तरह ही बांधते थे, लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद वह उनके बारे में भूल गए हैं।’’ उन्होने कहा कि आप विधायकों द्वारा सरेआम भ्रष्टाचार और अनैतिकता शहीद भगत सिंह द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों के लिए अभिशाप है। उन्होने शहीदों के नाम पर झूठी कसम खाकर पंजाबियों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस पार्टी की भी निंदा की।
खटकड़कलां में पत्रकारों से बात करते हुए सरदार बादल ने पूछा कि पंजाब शराब घोटाले में मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नही की जा रही है। उन्होेने कहा,‘‘ पंजाब उत्पाद शुल्क नीति , दिल्ली नीति के आधार पर बनाई गई है तथा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवल सहित उन्हीं लोगों ने पंजाब उत्पाद शुल्क नीति बनाई थी। मैंने उन मीटिंगों का भी विवरण दिया था जो दिल्ली में पंजाब आबकारी नीति तैयार करने के लिए की गई थी। इस नीति के परिणामस्वरूप आप पार्टी द्वारा पंजाब के खजाने से सैंकड़ों करोड़ रूपये लूट लिए गए। लोग पूछ रहे हैं कि मामले में भगवंत मान के खिलाफ कार्रवाई क्यों नह की गई और ऐसी भी अटकलें है कि इस मामले में फिक्स मैच खेला गया है।’
एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए सरदार बादल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई, लेकिन मामले में सरगना अभी भी फरार है। उन्होने कहा,‘‘ यह बेहद निंदनीय है कि भगवंत मान लोगों के साथ रहने के बजाय दिल्ली में केजरीवाल के हितों की सेवा कर रहे हैं।’’
इससे पहले सेमिनार में प्रमुख बुद्धिजीवियों डाॅ. प्यारे लाल गर्ग ने कहा कि अब समय आ गया है कि पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी-शिरोमणी अकाली दल आगे आए और राज्य के मुददों को मजबूती से उठाए। बुद्धिजीवि डाॅ. गुरमीत सिंह सिद्धू ने कहा कि अकेले शिरोमणी अकाली दल ही राज्य के हितों की रक्षा कर सकती है क्योंकि लोगों की अन्य पार्टियों से उम्मीद समाप्त हो चुकी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा,‘‘ सत्तारूढ़ पार्टी और मुख्य विपक्ष दोनों आपस में मिले हुए हैं इसीलिए सिस्टम की स्थिति चरमरा रही है। वरिष्ठ नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अकाली दल गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यकों और किसानों की आवाज है। इस अवसर पर बंगा के विधायक डाॅ. सुखविंदर कुमार सुक्खी और जिला अध्यक्ष सुखदीप सिंह सुकर भी मौजूद थे।