जिस पटवारी को बचाने के लिए पंजाब भर में काम ठप
चंडीगढ़ : पंजाब में जिस को बचाने के लिए समूह पटवारी और कानूनगो पंजाब भर में कामकाज ठप करके हड़ताल कर पर है । उसी के घर से विजिलेंस को 33 रजिस्ट्रियां मिली हैं। इसके अलावा विजिलेंस ने उसके खातों में करोड़ों रुपये होने का दावा किया है। जिससे पटवारी तथा कानूनगो की हड़ताल पर सवाल उठने लगे हैं।
बता दें कि विजिलेंस द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में गांव नारीके के पटवारी पर द-रेवेन्यू पटवार यूनियन के जिला अध्यक्ष दीदार सिंह छोकरां के खिलाफ केस दर्ज किया है। 26 अप्रैल को पटवारी दीदार सिंह तथा नंबरदार तलविन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद ज्यूडिशियल हिरासत के दौरान संगरुर जेल में बंद हैं। इस केस को करवाने के लिए पंजाब भर के पटवारी तथा कानूनगो 15 मई तक समूचा कामकाज ठप करके सामूहिक छुट्टी पर चले गए हैं।
उधर विजिलेंस ने उक्त पटवारी के खिलाफ और बड़े खुलासे कर डाले। विजिलेंस द्वारा पटवारी के घर की तलाशी के दौरान करोड़ों रुपये की जायदाद, बैंक खातों में लाखों रुपये की नकदी तथा पटवारी के पद पर तैनात होने के बावजूद गांव के नंबरदार के तौर पर भी सरकार से करीब दो लाख रुपये का मानदेय वसूलने का खुलासा किया है।
विजिलेंस ब्यूरो यूनिट संगरुक के उप-कप्तान पुलिस सतनाम सिंह विर्क ने बताया कि तफ्तीश दौरान पता लगा है कि पटवारी दीदार सिंह गांव छोकरां का मौजूदा नंबरदार भी है। प्रीवैंशन आफ क्रप्शन एक्ट की धारा अनुसार नंबरदार पब्लिक सर्वेंट के घेरे में आया है तथा पटवारी दीदार सिंह ने बतौर नंबरदार अब तक कुल 2 लाख, एक हजार रुपये मान भत्ता प्राप्त करके पंजाब सरकार के खजाने को नुकसान पहुंचाया है। राजस्व विभाग के नियमों के अनुसार जानते हुए भी पटवारी ने यह कार्य बुरी नीयत से किया है, इस संबंधी अगली कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
डीएसपी कि मुताबिक पटवारी के घर की तलाशी के दौरान करीब विभिन्न नामों पर 33 रजिस्ट्रियां मिली हैं, जिनके द्वारा खरीद की गई जायदाद पर करीब 1 करोड़ 77 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा बैंक में विभिन्न खातों में करीब 25 लाख रुपये जमा हैं।
उन्होंने बताया कि अदालत के आदेशों के तहत पटवारी ने मलेरकोटला स्थित एक निजी बैंक के लाकर की तलाशी ली जानी थी, पर आरोपी द्वारा लाकर की चाबी मुहैया नहीं करवाई गई। अदालत के आदेशों पर अब यह लाकर सील कर दिया गया है और मामले की अभी नांच जारी है।