चंड़ीगढ़ : मानसून का सीजन खत्म होने के साथ ही पंजाब के किसानों ने धान की फसल को उठाने के बाद पराली को आग लगाना शुरु कर दिया है। यही कारण है कि पराली जलाने के मामले में पंजाब पहले नंबर पर आया है, जबकि उत्तर प्रदेश दूसरे तथा हरियाणा तीसरे स्थान पर है। रविवार तक तीन दिनों में पंजाब, हरियामा तथा उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के 193 मामले सामने आए हैं। इनमें पंजाब पहले नंबर है।
भारतीय कृषि खोज संस्थान आईएआरआई) की असल समय की निगरानी के अनुसार पंजाब, उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के खेतों में 23 से 29 सितम्बर तक पराली जलाने की कोई घटना सामने नहीं आई, पर सबसे अधिक 136 मामले सामने आए हैं। पंजाब में जब खेत सूखे हुए थे। उत्तर प्रदेश में 49 तथा हरियाणा में 8 मामले सामने आए हैं।
तीन दिनों में पराली जलाए जाने का डाटा : 30 सितम्बर पंजाब – 8,उत्तर प्रदेश – 10, हरियाणा – कोई नहीं
1 अक्तूबर : पंजाब – 45, उत्तर प्रदेश – 3, हरियाणा – 1
2 अक्तूबर : पंजाब – 83, उत्तर प्रदेश – 36 , हरियाणा – 7
कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने पराली जलाने को रोकने के लिए हैपी सीडर मशीनों पर सबसिडी के लिए अर्जियों की समय-सीमा बढ़ा दी है। उन्होंने पराली को मिट्टी में समाहित करने के लिए कृषि विभाग के पायलट प्रोजैक्ट के तहत 5000 एकड़ में डी-कंपोजर घोल का छिडक़ाव करने के बारे में बताया। कृषि विभाग ने मुलाजिमों की छुट्टियां तो रद्द कर दी पर सूबा सरकार की सभी तैयारियां नाकाफी साबित हुई हैं।
पराली जलाने में पंजाब पहले नंबर पर : 3 दिनों में 136 मामले सामने आए
Oct 03, 2022