शिमला, 17 फरवरी : अतिरिक्त उपायुक्त शिमला शिवम प्रताप सिंह ने आज यहां बचत भवन में ठोस कचरा प्रबंधन की समीक्षा बैठक ली।
उन्होंने इस अवसर पर जिला में पंचायत स्तर पर ठोस कचरा प्रबंधन की अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की तथा गहनता से विचार-विमर्श किया। उन्होंने नगर पंचायत व नगर परिषद के अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित किया और पर्यावरण संतुलन में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की तथा प्लास्टिक के निर्माण कार्य में उपयोग पर डाटा की समीक्षा की तथा ठोस व तरल कचरा प्रबंधन व कंपोस्ट पिट स्थापित करने पर बल दिया, जिससे स्थानीय लोगों को वायु प्रदूषण की समस्या से निज़ात मिल सके।
उन्होंने जिला के नगर निकाय के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे वन, लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग से बेहतर समन्वय स्थापित करें ताकि कार्य के दौरान अतिव्यापन की समस्या उत्पन्न न हो।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कचरे के पृथक्करण पर नगर निकायों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, जिससे कंपोस्ट का सही उपयोग संभव हो सके। उन्होंने आईपीएच विभाग द्वारा एसटीपी की भी समीक्षा की तथा अश्वनी खड्ड व पब्बर नदी में हो रहे प्रदूषण की रोकथाम पर सुझाव आमंत्रित किए।
शिवम प्रताप सिंह ने बायोमेडिकल वेस्ट पर विस्तृत चर्चा की तथा इंनीसरेटर द्वारा ही इसके नष्ट करने के प्रयोग में लाने पर आह्वान किया, ताकि लोगों के स्वास्थ्य से कोई खिलवाड़ न हो।
इस अवसर पर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी व विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
पर्यावरण संतुलन के लिए ठोस कचरा प्रबंधन पंचायत स्तर तक लागू करना आवश्यक – शिवम प्रताप सिंह
Feb 17, 2022