शिमला। भारत के पहले वोटर रहे श्याम सरन नेगी का शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे निधन हो गया। वे 106 वर्ष के थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरिंदर मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने श्याम सरन नेगी की सराहना की और उन्हें देश के लोकतंत्र को मजबूत करने की एक अहम कड़ी बताया। उन्होंने लिखा कि नेगी का वोट डालने के प्रति उत्साह हमारे युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करता है। पुलिस ने उन्हें राजकीय सम्मान से गार्ड आफ आनर देकर विदा किया। उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर शोंगठोंग स्थित सतलुज किनारे श्यमशान घाट तक ले जाया गया। जहां पर होमगार्ड बैंड बजाकर राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान किन्नौर पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। नेगी के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। वहीं, चुनाव ऑब्जर्वर, उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, एसपी विवेक चहल, एसडीएम कल्पा शशांक गुप्ता सहित प्रशासन की टीम यात्रा में शामिल हुई और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। वहीं श्याम सरन नेगी के परिवार को सांत्वना देने के लिए केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त करीब 4 बजे किन्नौर पहुंचेंगे। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निवासी 106 वर्षीय वयोवृद्ध श्याम सरन नेगी ने शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। आजादी के बाद भारत में 1951-52 में जब पहले आम चुनाव हुए थे तो श्याम सरन नेगी ने ही उसमें सबसे पहले मतदान किया था।
तबियत खराब होने पर घर से किया पोस्टल बैलट पेपर से मतदान
जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन ने कहा कि हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए नेगी ने पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डालने की इच्छा जताई थी, लेकिन तबियत खराब होने के कारण उनके घर पर ही पोस्टल बैलट पेपर से मतदान करवाया गया। इस तरह वे दुनिया से जाने से पहले भी अपना फर्ज अदा करके गए। ला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पुलिस बैंड के साथ और पूरे राजकीय सम्मान के साथ नेगी की अंत्येष्टि होगी। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी और प्रशासन की पूरी टीम उनके घर श्रद्धांजलि देने जाएगी।