नई दिल्लीः भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ी जानकारी दी है। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों औक आतंकी ढांचों को खत्म करने के लिए चलाया गया।
डीजीएमओ ने बताया कि आतंकियों के ठिकानों पर सटीक निशाना बनाया गया। 9 आतंकी ठिकाने पर हमले किए गए। सेना ने आतंकी कैंप उड़ाने का सबूत भी दिखाया।
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे खुंखार आतंकी शामिल थे। जो आईसी 814 के अपहरण और पुलवामा आतंकी हमले में शामिल थे। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा का भी उल्लंघन किया गया। पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में नागरिकों, बसे हुए गांवों और गुरुद्वारों जैसे धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर हमला किया। इनमें कई बेकसूर नागरिकों की जान चली गई।
इन आतंकी कैंप पर किए गए हमले
- सवाई नाला-मुज़फ़्फ़राबाद (Pok)
- सैयदना बिलाल-मुजफ्फराबाद (Pok)
- गुलपुर- कोटली (Pok)
- बरनाला- भीमबर (Pok)
- अब्बास-कोटली (Pok)
- बहावलपुर, पाकिस्तान
- मुरीदके, पाकिस्तान
- सरजाल, पाकिस्तान
- महमूना जोया- पाकिस्तान
आतंकियों के जनाजे में ये लोग हुए शामिल
- लेफ्टिनेंट जनरल फैयाज हुसैन शाह, HI (एम)-कोर कमांडर IV कोर, लाहौर
- मेजर जनरल राव इमरान सरताज जीओसी 11 इंफ डिवीजन, लाहौर
- ब्रिगेडियर मोहम्मद फुरकान शब्बीर – कमांडर 15 हाई मैक् बीडीई, लाहौर (पूर्व 11 इन्फ डिविजन/4 कोर)
- डॉ. उस्मान अनवर, आईजीपी पंजाब
मलिक सोहैब अहमद, पंजाब प्रांतीय विधानसभा के सदस्य।
पाकिस्तान को सेना ने दिया करारा जवाब
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने इनमें से कुछ शिविरों पर हमला करके प्रमुख भूमिका निभाई और भारतीय नौसेना ने सटीक हथियारों के मामले में साधन प्रदान किए। राजीव घई ने कहा कि 8-9 मई की रात को पाकिस्तान ने सीमाओं के पार हमारे हवाई क्षेत्र में ड्रोन और विमान उड़ाए और कई सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के बड़े पैमाने पर असफल प्रयास किए। पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा पर उल्लंघन फिर से शुरू हुआ और भीषण गोलाबारी हुई। बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। इनमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और कई आतंकियों को मार गिराया।