नई दिल्ली : पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शनों के लिए गई एक भारतीय महिला जत्थे से कहीं गायब हो गई। महिला का नाम सरबजीत कौर है। 4 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को मनाने के लिए सरबजीत कौर सिख श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थी।
लेकिन वापस लौटते समय वह जत्थे के साथ नहीं थी. और न ही वो वतन वापस लौटी।
सरबजीत कौर कपूरथला जिले के डाकघर टिब्बा, गांव अमैनीपुर की रहने वाली थी। जानकारी के मुताबिक, 4 नवंबर को पाकिस्तान पहुंचते समय पाकिस्तान इमिग्रेशन के लिए सरबजीत कौर ने जो फॉर्म भरा था, उसमें उसने अपनी मूल जानकारी अधूरी छोड़ी थी। उसने अपनी राष्ट्रीयता (Nationality) का उल्लेख नहीं किया और पासपोर्ट नंबर भी नहीं भरा था।
श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में 4 नवंबर को भारत के विभिन्न राज्यों से सिख श्रद्धालुओं का एक बड़ा जत्था पाकिस्तान गया था. इन्हीं श्रद्धालुओं में पंजाब के कपूरथला जिले की यह महिला भी शामिल थी. भारतीय इमिग्रेशन रिकॉर्ड के मुताबिक, कुल 1932 सिख श्रद्धालु अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान गए थे ।
10 दिनों तक पाकिस्तान स्थित विभिन्न गुरुद्वारों के दर्शन करने के बाद जब जत्था भारत लौटा, तो कुल 1922 श्रद्धालु देर शाम तक भारत वापस आ गए. जत्थे के लौटने से पहले श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज समेत चार सदस्य, और तीन महिलाएं (जिनके घर में कोई बीमार था) पहले ही भारत लौट आई थीं। लेकिन सरबजीत कौर जत्थे से गायब हो गई और वापस नहीं लौटी।
जरूरी जानकारी भी फॉर्म में नहीं भरी थी : इसके अलावा, यह भी सामने आया है कि पाकिस्तानी इमिग्रेशन फॉर्म में उसने अपनी जरूरी जानकारी अधूरी छोड़ी थी। न तो उसने अपनी राष्ट्रीयता लिखी और न ही पासपोर्ट नंबर दर्ज किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
