गढ़शंकर । डॉ. रघबीर सिंह के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोसी में तीव्र दस्त निवारण जागरूकता पखवाड़ा शुरू किया गया है। भारत में हर साल डायरिया से कई बच्चों की मौत हो जाती है। इस बारे में जानकारी देते हुए डाक्टर रघबीर सिंह ने कहा कि आज सभी उपकेंद्रों और हैल्थ वेलनेस क्लीनिकों पर इसका शुभारंभ किया गया.डायरिया रोकथाम पखवाड़े का मुख्य लक्ष्य 5 वर्ष तक के बच्चों में डायरिया से होने वाली मौतों की पूर्ण रोकथाम करना है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में डायरिया होने की स्थिति में अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो डिहाइड्रेशन से बच्चे की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने उनसे कहा कि बरसात के मौसम में उबला हुआ पानी पिएं, साफ और ढकी हुई चीजें ही खाएं और अपने हाथों को हमेशा साफ रखें। उन्होंने कहा कि अगर किसी बच्चे को दिन में 3 बार से ज्यादा डायरिया हो तो डॉक्टर से मदद लेने के तुरंत पहले बच्चे को ओआरएस का घोल पिलाएं। 0-5 वर्ष की आयु के बच्चों में अतिसार होने की संभावना अधिक होती है। आज के बरसात के मौसम में डायरिया से बच्चों की मौत होने की संभावना ज्यादा रहती है। इस संबंध में सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस+जिंक कॉर्नर लगाए गए हैं। पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर ओआरएस के पैकेट बांटेंगी।