पुरानी पैंशन स्कीम की घोषणा के बाद लागू करने से बच रही सरकार
चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी की मान सरकार पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा के बाद उसे टाइम बाउंड रूप में लागू करने से बच रही है। नतीजतन इस स्कीम के जल्द लागू होने पर संशय बरकरार है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी इस स्कीम को हाल-फिलहाल में नहीं, बल्कि अगले चुनावों से कुछ समय पहले ही लागू करने पर विचार कर रही है। ओल्ड पेंशन स्कीम लागू होने पर पंजाब सरकार पर कर्ज का बोझ कहीं अधिक बढ़ जाएगा। हालांकि आप द्वारा समय समय पर कई योजनाओं को आधार बताते हुए और फिजूलखर्च रोक कर पैसे बचाने के दावे किए जाते रहे हैं। पंजाब भाजपा, पंजाब कांग्रेस और शिअद द्वारा अब तक यही कहा जा रहा है कि आप ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात चुनाव साधने के मद्देनजर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा की, लेकिन अब आप के लिए स्कीम को लागू करना एक चुनौती है। स्कीम को जल्द लागू करने का अभी तक कोई संकेत नहीं है।
सत्ता में आने के तीन महीने बाद ही आप को लेना पड़ा था 8 हजार करोड़ रुपए कर्ज : आप सरकार को सत्ता में आने के 3 महीने में ही 8 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेना पड़ा था, जबकि पहले भी 3 लाख करोड़ रुपए का राज्य पर कर्जा था। इसमें 1 लाख करोड़ रुपए का कर्ज अकाली-कांग्रेस सरकार के समय का है। एक रिपोर्ट के अनुसार यदि सरकार ने कर्जा मुक्ति के लिए कोई व्यापक योजना नहीं बनाई तो साल 2024-25 तक बजट का 20 प्रतिशत ब्याज चुकाने में ही चला जाएगा। ओल्ड पेंशन स्कीम के जल्द लागू नहीं होने का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है।
ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कर आप ने दिया था कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट : सीएम भगवंत मान ने दिवाली से ठीक पहले ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा करते हुए इसे कर्मचारियों के लिए गिफ्ट बताया था, लेकिन अब कर्मचारी भी पंजाब सरकार से स्कीम लागू करने की समय सीमा पूछने लगे हैं। कर्मचारी मान सरकार द्वारा की गई घोषणा पर अंतिम मुहर लगने के इंतजार में हैं।