चंडीगढ़ : 7 अक्तूबर : पंजाब सरकार के पूर्व खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया है। उन पर धौलपुर जिले की बाडी एमजीएम कोर्ट ने लोकसभा चुनावों में टिकट के नाम पर महिला से धोखाधड़ी का आरोप है। सोढी को 21 अक्तूबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। मामला 2019 का है, उस समय पंजाब में कांग्रेस के कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार थी तथा सोढी उसमें खेल मंत्री थे। जुलाई 2019 के बाड़ी के कोल हवेली पाड़ा की रहने वाला ममता अजर पत्नी मुकेश अजर ने कोर्ट में इस्तगासा पेश करके आरोप लगाया कि बाड़ी के बरौलीपुरा वासी बांकेलाल पुत्र किशन लाल, पंजाब के फिरोजपुर में रहने वाले उसके भाई हरी चरण जाटव तथा पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी पुत्र नरजीत सिंह सोढी ने उसको धौलपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट दिलाने का दावा किया। जिसके बदले 40 लाख रुपये मांगे।
इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी बांकेलाल पुत्र किशन लाल जाटव को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है, जबकि दूसरा आरोपी हरीचरण जाटव अभी फरार है। तीसरे आरोपी राणा गुरमीत सिंह सोढी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह मामला 3 सालों से अदालत में चल रहा था। अब वीरवार को जज ललित मीना ने इस मामले में पूर्व मंत्री को जमानती वारंट जारी किया है। ममता अजर ने ससुर स्वर्गीय बलवंत सिंह जाटव 1969 में बाड़ी से कांग्रेस के विधायक थे। हरीचरण, परिवार के बांकेलाल जाटव पुत्र किशन लाल का भाई, पूर्व मंत्री गुरमीत सिंह सोढी के साथ फिरोजपुर, पंजाब में रहता है तथा पत्थर तथा संगमरमर लगाने का ठेका करता है। बांकेलाल का ममता अजर के ससुराल घर आना जाना रहता था। 2019 में लोकसभा चुनाव आने वाले थे तो मार्च महीने में उनके घर चुनावों को लेकर चर्चा थी।
इस पर बांकेलाल ने उन्हें धौलपुर-करौली लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट दिलाने का भरोसा दिया तथा उन्हें अपने भाई हरीचरण के साथ फोन पर बात करवाई। इसके बाद मुकेश अजर अपनी पत्नी ममता के साथ बांकेलाल के पास पंजाब के फिरोजपुर चला गया, जहां बाकेलाल के भाई हरीचरण ने गुरमीत सिंह सोढी के साथ बात की तथा पार्टी फंड के नाम पर 40 लाख रुपये देने की बात हुई।
ममता अजर के पती मुकेश अजर ने बताया कि चुनावों के ऐलान के उपरांत संजय जाटव को कांग्रेस की टिकट मिली है। ऐसे में जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो 7 दिनों के बाद वापस करने के लिए कहा। बाद में हरीचरण तथा बांकेलाल लगभग एक महीना घूमते रहे। 6 मई को चुनाव हुए तथा उन्होंने एक बार फिर मुलजिमों के साथ बात की, पर कोई उत्तर नहीं मिला। इस पर वह फिरोजपुर पहुंच कर गुरमीत सिंह को मिले। जब वह उसके साथ पैसों के बारे में बात की तो वहां हंगामा हो गया तथा उन्हें वहां से भगा दिया।
पीडि़त महिला ममता अजर ने कहा कि टिकट देने के नाम पर उनके साथ ठगी मारी गई है। 40 लाख रुपये ले लिए पर न तो टिकट मिली तथा न ही राशि वापस की गई। जब उन्होंने केस दर्ज किया तो पुलिस टाल-मटौल करती रही। इससे पहले मुलजिम हरीचरण जाटव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था पर पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी थी।
पूर्व खेल मंत्री के खिलाफ जमानती वारंट जारी : कांग्रेस की टिकट दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोप
Oct 07, 2022