पंजाब से आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक एवं मानवाधिकार अधिवक्ता हरविंदर सिंह फूलका ने घोषणा की कि वह शिरोमणि अकाली दल (SAD) में शामिल होंगे।
फूलका की यह घोषणा अकाल तख्त द्वारा SAD अध्यक्ष पद से सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद छह महीने के भीतर SAD को पुनर्गठित करने के लिए एक समिति गठित करने के कुछ दिनों बाद आयी है।
वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाले उच्चतम न्यायालय के वकील फूलका ने 2015 की बेअदबी की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में तत्कालीन कांग्रेस सरकार की कथित विफलता को लेकर 2018 में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था।
फूलका ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सदस्यता अभियान शुरू होने के बाद वह SAD के सदस्य बन जाएंगे।
अकाली दल के बारे में अकाल तख्त के फैसले का जिक्र करते हुए फूलका (69) ने कहा, ”एक नयी उम्मीद जगी है।” उन्होंने कहा कि अकाल तख्त ने सदस्यता अभियान शुरू करने, नये प्रतिनिधियों का चुनाव करने और पार्टी का पुनर्गठन करने का निर्देश दिया है।
फूलका ने अकाली दल को पंजाब की ”क्षेत्रीय पार्टी” बताते हुए कहा कि उन्होंने तय किया है कि सदस्यता अभियान शुरू होने पर वह फॉर्म भरेंगे और अकाली दल के सदस्य बनेंगे।
अकाल तख्त ने छह सदस्यीय समिति का गठन किया है जिसमें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, पार्टी नेता इकबाल सिंह झुंदा आदि शामिल हैं।