गढ़शंकर। गांव मेहिंदवानी में लोक बचायों गांव बचायों संघर्ष कमेटी दुआरा हिमाचल प्रदेश की सीमा में लगे साबुन उद्योग पर प्रदूषण फैलाने के आरोप लगाते हुए गत 59 दिन से पक्का मोर्चा लगाया हुआ है। इसी के तहत साथ लगते गांवो में लोगो मे प्रदूषण प्रति जागरूक करने के लिए और लोगो को संघर्ष में शामिल करने के लिए निकले जा रहे कैंडल मार्च के क्रम के तहत गांव कोकोवल गुज्जरां, कोकोवाल व मजारी में कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमे महिलायों सहित भारी संख्या में लोग शामिल हुए। जिसका इंतज़ाम सरपंच कमल कटारिया व समूह गांव वासियों ने किया था।
इस दौरान गांव वासियों ने कैंडल मार्च में शामिल होने वाले सभी संघर्षशील लीगो के लिए लंगर का प्रबंधन भी किया गया था। इस दौरान विभिन्न नेतायों ने सम्बोधित करते हुए कहा के जब तक साबुन उद्योग दुआरा प्रदूषण फैलान बन्द नही किया जाएगा संघर्षों जारी रहेगा। उन्हींनो ने कहा के प्रदुषण कारण मेहिंदवानी व मेहिंदवानी गुज्जरां में सांस, आखों व दमे की बीमारियों से लोग पीड़ित हो रहे। लेकिन पंजाब व हिमाचल प्रदेश की सरकारों व प्रशासन को लोगो की सेहत की कोई चिंता नही। जबकि सरकारे लोगो के मतों से बनती है। उन्होनो ने कहा के कैंडल मार्च को गांवो में भारी समर्थन मिल रहा है। इस दौरान सरपंच कमल कटारिया, मुलाजम नेता राम जी दास चौहान, अजायब सिंह बोपाराय, डॉ महिंदर अंगार, चनन सिंह, कैप्टेन प्रकाश लादी, सरपंच गुरचैन लाल, पूर्व सरपंच दविंदर सिंह राणा, संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष अशोक शर्मा, बीत भलाई कमेटी के चैयरमैन सरपंच रमेश लाल। राणा जगरूप सिंह, कमलजीत सोढ़ी, गरीब दास बीटन, राणा पूर्ण सिंह, बिट्टू कोकोवाल, पांच लीडर कटारिया आदि मैजूद थे।
133 कैंडल मार्च दौरान सरपंच कमल कटारिया व राम जी दास चौहान व अन्य।
प्रदूषण के खिलाफ गांव कोकोवाल मजारी में कैंडल मार्च में सैकड़ों महिलाएं हुई शामिल
Oct 02, 2022