गढ़शंकर : भारी बारिश के चलते गत सप्ताह 4 दिन गढ़शंकर के दो दर्जन गांवों में बाढ़ की सिथित उतपन्न होने से लोगो को हुए नुकसान व किसानों की हजारों एकड़ जमीन पर बोई फसल खराब होने तथा दर्जनों सड़कों के तेज पानी के साथ भ जाने के बावजूद बेलगाम खनन माफिया ने रामपुर गांव के निकट एक बार फिर से खनन का काम शुरू कर दिया। हालांकि बरसात अभी बाकी है। इसके बावजूद खनन माफिया को लगाम लगाने में प्रशासन के नाकाम रहने पर कई तरह के सवाल उठने लगे है।
गत दिनों भारी बारिश के कारण गढ़शंकर इलाके के करीब दो दर्जन गावों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे, वहीं इस बाढ़ का सीधे तौर पर इलाके में हो रही अवैध खनन जिमेदार थी। बाढ़ से हजारों एकड़ जमीन पर लगी फसल नष्ट हो गई थी, वही लोगों के घरों में पानी घुस गया था और लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। उस समय डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर, एसएसपी होशियारपुर व एसडीएम गढ़शंकर ने बाढ़ प्रभावित गावों का मुआयना किया था और लोगों ने बताया था कि अवैध खनन के कारण यह हालात उत्पन्न हुए हैं तो उन्होंने अवैध खनन पर नकेल कसने की बात कही थी। भारी बारिश के बाद अभी खेतों में खड़ा पानी सूखा नही है कि रामपुर गांव के पास खनन माफिया के लोग अवैध खनन करने में जुट गए हैं। गौरतलब है कि अवैध खनन माफिया के विरुद्ध पिछले दिनों भाजपा हल्का इंचार्ज गढ़शंकर निमिषा मेहता ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया था और चेतावनी दी थी कि इलाके में हो रहा अवैध खनन लोगों के लिए गंभीर संकट पैदा कर देगा।
भाजपा नेता निमिषा मेहता ने पंजाब-हिमाचल प्रदेश की सीमा पर लगे क्रेशर को पंचायत व संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा दिये गए रास्ते पर सवाल उठाए थे और कहा था कि यह रास्ता नशे के तस्करों के लिए स्वर्ग बना हुआ है। इन हालतों में इलाके में फिर से शुरू हुई अवैध खनन पर कामरेड गुरनेक सिंह भजल, कामरेड दर्शन सिंह, कामरेड कलभूषण कुमार, रविंदर नीटा ने कहा कि लगता है कि प्रशासन पर या तो खनन माफिया ज्यादा ताकतबार है या फिर प्रशासन बड़ी त्रासदी का इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक लोगों के जख्म भी नही भरे और खनन माफिया फिर से सरगर्म हो गया है। पत्रकारों द्वारा फोटो खींचने की बात पता चलते ही खनन माफिया के लोग अपनी मशीनरी लेकर चपत हो गए।
इस संबंध में एसडीएम गढ़शंकर जशनप्रीत कौर ने कहा कि वह पता करेंगे कि कोई सरकारी कार्य तो नही चल रहा।