नई दिल्ली: साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में बहुमत से दूर बीजेपी एनडीए के सहयोग से सरकार बनाने में सफल रही। हालांकि, कैबिनेट गठन के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चा तेज हो गई।
दरअसल, पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा को मोदी कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली। अब लोकसभा चुनाव के हुए लगभग 8 महीने हो चुके हैं, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर अभी भी मंथन का दौरा जारी है। ऐसी चर्चा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के अध्यक्ष का ऐलान होगा। बीजेपी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा इस मुद्दे पर संगठन में बातचीत का दौर जारी है।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बीजेपी अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान दिल्ली चुनाव के बाद ही करेगी। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव 10 फरवरी के बीच होने की संभावना है। बीजेपी दिल्ली विधानसभा चुनाव जेपी नड्डा की अध्यक्षता में ही लड़ रही है।
जनवरी 2024 में खत्म हो गया था नड्डा का कार्यकाल : अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया था। जानकारी के मुताबिक बीजेपी में संगठन के स्तर पर चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राष्ट्रीय परिषद और राज्य परिषद के सदस्यों का चुनाव हो रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले राज्यों की इकाईयों में से कम से कम 50 प्रतिशत को अपना संगठन स्तर का चुनाव पूरा करना होगा। अभी तक यह प्रक्रिया केवल 4 राज्यों में ही पूरी हुई है। BJP के संगठनात्मक चुनावों को लेकर BJP नेताओं के अनुसार, संगठनात्मक चुनाव अपने निर्धारित समय पर हो रहे हैं, और समय पर पूरा हो जाएंगे।
बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए इन नामों पर चर्चा : भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर पार्टी हाई कमान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका अहम होगी। नए अध्यक्ष को लेकर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर, मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े का नाम चल रहा है। इतना ही नहीं, संभावनाएं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम की भी जताई जा रही है। इसके अलावा बीजेपी के संगठन को अच्छे से जानने वाले भूपेंद्र यादव का नाम भी अध्यक्ष पद की रेस में चल रहा है।
अपने फैसले से चौका सकती है बीजेपी : अब इन नेताओं में से आरएसएस और बीजेपी हाई कमान किसे स्वीकृति देता है, यह देखना अहम होगा। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि समय-समय बीजेपी ऐसे पदों को लेकर चौंकाने वाला नाम भी पेश करती रही है। ऐसे में अध्यक्ष पद के
तौर पर कोई नया ही नाम सामने आ जाए तो बड़ी बात नहीं होगी।