शिमला। हिमाचल विधानसभा में प्रधानमंत्री मोदी खुद, कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, सात से अधिक केंद्रीय मंत्रियों व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित दूसरे बड़े नेता एक ही दिन में 3- 4 रैलियां कर रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के अधिकांश स्टार प्रचारक प्रैस कांफ्रैंस करने तक सीमित हैं या फिर एक दिन में एक रैली करके लौट रहे हैं। कुछ नेता तो फाईव स्टार कल्चर से बाहर ही नहीं निकल रहे। जबकि बीजेपी के अधिकतर नेता डोर-टू-डोर व गली-गली जाकर वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस का प्रचार अभियान पूरी तरह प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू पर निर्भर है। राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत दूसरे बड़े नेताओं के नहीं आने से कांग्रेस के प्रचार को धार नहीं मिल पा रही। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं में से चुनाव पर्यवेक्षक सचिन पायलट जरूर प्रचार में जान फूंक रहे हैं। दूसरे बड़े राष्ट्रीय प्रियंका गांधी की रैली के दौरान जरूर फील्ड में नजर आते हैं, लेकिन बीजेपी जैसा प्रचार कांग्रेस का फील्ड पर कम ही दिख रहा है, जबकि कांग्रेस सत्ता में वापसी को छटपटा रही है।
भाजपा के मुकाबले कांग्रेस की रैलियां हाफ :
विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिन पहले एक ही दिन में सुंदरनगर व सोलन में 2 बड़ी जनसभाएं कर चुके हैं। इसके अलावा कल भी प्रधानमंत्री दो रैलियां करने हिमाचल आएंगे। वहीं कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी 2 से 3 दिन आराम करने के बाद एक दिन में 1-1 रैली कर रही हैं। इसके अलावा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नहीं आने से प्रदेश में प्रियंका गांधी की रैलियों की कांग्रेस नेता बहुत ज्यादा मांग करते रहे हैं। इसके अलावा अब तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक भी जनसभा प्रदेश में नहीं की। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा एक महीने से प्रदेश में प्रचार में जान फूंक रहे हैं। भल्ले ही नड्डा हिमाचल से संबंध रखते हैं, लेकिन उन पर दूसरे राज्यों का भी दायित्व है। गुजरात में भी चुनाव का ऐलान हो गया है। फिर भी नड्डा हिमाचल में अधिक समय दे रहे हैं।
भाजपा के मुकाबले कांग्रेस की रैलियां हाफ : प्रधानमंत्री, भाजपा के मुख्यमंत्रियों, कैबिनेट मंत्रियों राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित बढ़े नेता कर रहे हिमाचल में रैलिया
Nov 08, 2022