नई दिल्ली : भाजपा मुझे गिरफ़्तार करना चाहती है। मेरी सबसे बड़ी सम्पत्ति मेरी ईमानदारी है। ये लोग फ़र्ज़ी मुक़दमों से मेरी ईमानदारी पर चोट करना चाहते हैं। हम भाजपा की इस गुंडागर्दी और तानाशाही के सामने नहीं झुकेंगे। मेरा एक-एक कतरा देश को समर्पित है। हम ईमानदार हैं और जी-जान लगाकर भाजपा के इस अन्याय से लड़ते रहेंगे। यह शब्द दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहे। उन्हीनों ने कहा कि दो साल में कई बार छापे पड़े,अगर इतना बड़ा घोटाला हुआ है तो इतना पैसा कहाँ गया,वह हवा में तो उड़ नहीं गया । उन्होनों ने कहा कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। सिर्फ फर्जी केस में आम आदमी पार्टी के कई नेता जेल में इन्होंने रखे हैं। खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है। पूछताछ के बहाने केजरीवाल को बुला लो और गिरफ्तार कर लो, ताकि में लोकसभा चुनाव में प्रचार ना कर पाऊं।
उन्होनों ने कहा कि ये सारे नोटिस गैर कानूनी हैं। क्या मुझे गैर कानूनी सम्मन का उत्तर देना चाहिए। मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने की साजिश है। भाजपा का मकसद मुझे लोकसभा चुनाव के प्रचार से रोकना है। हमें लोकतंत्र को बचाना है। मैं पूरी ईमानदारी से इनका मुकाबला कर रहा हूं। हमने भ्रष्टाचार नहीं किया। ऐसे देश आगे नहीं बढ़ सकता। यह क्या चल रहा है। यह जनतंत्र के लिए गलत है। इसे रोकना है। मेरा तन मन धन देश के लिए है। मेरी सांस, खून की एक एक बूंद और कतरा देश के लिए है। मुझे आपका साथ चाहिए। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पिछले दो साल से भाजपा की एजेंसियों ने शराब घोटाले में कई छापेमारी की और कई गिरफ्तारी की। लेकिन अभी तक एक भी पैसे का हेरफेर नहीं मिला। ऐसे फर्जी केस में कई आप नेताओं को इन्होंने जेल में रखा हुआ है। अब भाजपा मुझे गिरफ्तार करना चाहती है फर्जी समन भेजकर ये लोग मुझे बदनाम करना चाहते हैं। इन्होंने मुझे समन भेजा हुआ है और मेरे वकीलों ने बताया कि वो समन गैर कानूनी है। कानूनी रूप से सही समन आएगा तो मैं पूरा सहयोग करूंगा।
उल्लेखनीय है कि कि ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला केस में 3 जनवरी को पूछताछ के लिए तीसरा समन जारी किया था। इससे पहले दो समन में भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। ईडी ने 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन तब केजरीवाल विपश्यना के लिए चले गए थे। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 3 जनवारी यानी बुधवार को ईडी को पत्र लिखकर जवाब दिया। केजरीवाल ने ईडी को भेजे जवाब में कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के नाते वह राज्यसभा की चुनाव प्रक्रिया में व्यस्त हैं। इसके अलावा गणतंत्र दिवस की तैयारी में भी लगे हुए हैं, ऐसे में ईडी अपने सवालों की फेहरिस्त भेजना चाहे तो भेज सकती है, उनके जवाब दे देंगे। उन्होंने ईडी को भेजे गए पत्र में उनके सवाल का जवाब नहीं देने के मामले में घेरा।
उन्होनों ने कहा, उनकी ओर से पहले दो समन पर उठाई गई आपत्ति का जवाब नहीं देने पर वह आश्चर्यचकित है। पहले के समन से मिलता-जुलता समन फिर से भेज दिया। इससे साफ स्पष्ट होता है कि ईडी के पास इन समन का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी का व्यवहार मनमाना और गैर पारदर्शी है। लिहाजा पहले की तरह फिर से कह रहे हैं कि वह कानून का सम्मान करते है और जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं। आप संयोजक ने कहा कि ईडी की चुप्पी निहित स्वार्थ की पुष्टि करती है। वह कई ऐसे मामले जानते हैं, जिसमें समन वाले व्यक्ति के पूछने पर ईडी ने विस्तृत स्पष्टीकरण दिया है, लेकिन उनके सवाल पर स्थिति स्पष्ट नहीं की जा रही है। इस कारण मैं एक बार फिर से मांग कर रहा हूँ कि ईडी उनके सवालों का जवाब दें ताकि वह इस जांच की मंशा और जाँच के दायरे को ठीक से समझ सके।