गढ़शंकर, 12 मार्च: डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट पंजाब द्वारा ग्रामीण मजदूर यूनियन और भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति द्वारा दिए गए रेल रोको कार्यक्रम के आह्वान को विफल करने के लिए बड़े पैमाने पर श्रमिक नेताओं की गिरफ्तारी और किर्ती किसान यूनियन के कार्यालय पर छापेमारी की सख्त शब्दों में निंदा करते नेताओं को तुरंत रिहा करने की मांग की गई है।
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह, महासचिव मुकेश कुमार और वित्त सचिव अश्वनी अवस्थी ने कहा कि पंजाब सरकार का रवैया और पुलिस द्वारा मजदूरों पर लाठीचार्ज और नेताओं की गिरफ्तारियों ने पंजाब सरकार का मजदूर विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि लैंड सीलिंग एक्ट को लागू करने, स्थायी रोजगार, वेतन वृद्धि, फाइनेंस कंपनियों/बैंकों के ऋण माफी आदि के लिए मजदूर वर्ग द्वारा किया जा रहा संघर्ष पूरी तरह से जायज है। आज मजदूर वर्ग की दयनीय स्थिति के लिए सरकारें जिम्मेदार हैं और कोई सुनवाई न होने की स्थिति में उनके पास संघर्ष का ही विकल्प है। डेमोक्रेटिक इंप्लाइज फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष जरमनजीत सिंह और महासचिव हरदीप टोडरपुर ने कहा कि श्रमिक नेताओं पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी का मतलब श्रमिक हितों के लिए चल रहे संघर्ष को डंडे के बल पर दबाना और उन्हें लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित करना है।जालंधर में किरती किसान यूनियन के कार्यालय पर की गई छापेमारी और कार्यालय प्रबंधक और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी के बारे में बोलते हुए, कर्मचारी नेताओं ने कहा कि यह स्पष्ट है कि पंजाब पुलिस ने नशा तस्करों, गैंगस्टर/गिरोह तत्वों को छोड़कर किसान जत्थेबंदी के कार्यालय प्रबंधक को गिरफ्तार किया कर सरकार लोगों की आवाज दबाना चाहती है। नेताओं ने पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि गिरफ्तार नेताओं को तुरंत रिहा किया जाए, नहीं तो इन गिरफ्तारियों का बड़े पैमाने पर विरोध किया जाएगा।
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डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह, महासचिव मुकेश कुमार।